नागपुर: राज्य के कुछ हिस्सों में खसरा महामारी फैल रही है, इसलिए मनपा का स्वास्थ्य विभाग नागपुर शहर में बच्चों को खसरे के संक्रमण से बचाने के लिए निवारक टीकाकरण अभियान चला रहा है। इस अभियान को और गति देने के लिए मनपा मुख्यालय स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज प्रशासनिक भवन के बैठक कक्ष में खसरा टीकाकरण को लेकर जनजागरूकता बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में विभिन्न गैर सरकारी सामाजि क संगठनों के प्रतिनिधि, धर्म गुरु और यूनानी चिकित्सक उपस्थित थे। शहर में विभिन्न धर्म गुरु, गैर-सरकारी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ता ओं और यूनानी डॉक्टरों के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में खसरे की वर्तमान स्थिति को लेकर महामारी के बारे में अधिकारी डाॅ. गोवर्धन नवखरे ने जानकारी दी। शहर के कुछ हिस्सों में खसरे के टीकाकरण को लेकर अभिभावकों का सहयोग नहीं मिल रहा है। यह गलतफहमी और उचित जानकारी की कमी के कारण है।
उसके लिए धर्म गुरुओं द्वारा खसरे के टीकाकरण का आवाहन किया गया तथा उचित परामर्श एवं जनजागरण किया गया। शहर में सभी बच्चों को खसरे का टीका लगाया जा सके इसके लिए गैर सरकारी संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, इसलिए उनसे सहयोग करने का आग्रह किया जाता है, इसके अलावा, यूनानी चिकित्सक अस्पताल में आने वाले संदिग्ध खसरे के रोगियों के बारे में मपनाके स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।
सुनिश्चित करें कि खसरे से बचाव के लिए टीका लगाया गया है। साथ ही जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है उन्हें टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। यूनानी चिकित्सक संघ के प्रतिनिधियों ने इस अपील में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. के मार्गदर्शन में शुरू किए गए टीकाकरण अभियान के लिए 930 से अधिक आशा कार्यकर्ता सभी दस जोन में घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रही हैं। शहर में खसरा टीकाकरण सर्वेक्षण में अब तक सर्वेक्षण किए गए 357666 परिवारों में से 5 वर्ष से कम आयु के 2097 बच्चों को मीजल्स रूबेला की पहली खुराक और 1868 बच्चों को दूसरी खुराक मिल चुकी है। वहीं 5256 बच्चों को विटामि नए की खुराक दी गई है।
सभी संदिग्ध खसरे के रोगियों के रक्त के नमूने निश्चित निदान के लिए हैदराबाद की एक प्रयोगशाला में भेजे जाते हैं। शहर में मिले 24 संदिग्ध खसरे के मरीजों में नवंबर माह में भेजे गए सैंपल में से दो पॉजिटिव मिले हैं।