नागपुर. चर्चित कुश कटारिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी आयुष पुगलिया की नागपुर सेंट्रल जेल में हत्या हुई है। कैदियों के आपसी झगड़े में आयुष की सिर में भारी चीज से वार कर हत्या कर दी गई है। उसे कुश कटारिया हत्याकांड में तिहरी उम्रकैद की सजा मिली थी। गर्लफ्रेंड के शौक पूरे करने दिया हत्याकांड को अंजाम.
-नागपुर के सुरुचि मसाले कम्पनी के मालिक प्रशांत कटारिया के 5 साल के बेटे कुश का उनके ही पड़ोस में रहने वाले आयुष निर्मल पुगलिया ने 11 अक्टूबर 2011 को किडनैप किया था।
– आयुष गर्लफ्रेंड के शौक पूरे नहीं कर पा रहा था और उसे पैसों की जरुरत थी, इसलिए उसने कुश को किडैनेप करने का प्लान बनाया।
-कुश को किडनैप करने के बाद आयुष पुगलिया ने कटारिया से दो करोड़ की फिरौती मांगी थी, लेकिन फिरौती मिलने से पहले ही उसने बड़ी निर्ममता से कुश की हत्या कर दी थी।
– नागपुर जिला कोर्ट ने आयुष को किडनैपिंग और हत्या के आरोप तिहरी उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उसे दो उम्रकैद की सजाएं एक साथ और इनकी समाप्ति के बाद तीसरी उम्रकैद की सजा काटनी थी।
खारिज हुई थी पिटिशन
– आयुष के भाई नवीन को सबूत नष्ट करने के लिए दोषी करार देते हुए कारावास की सजा सुनाई थी एवं दूसरे भाई नितिन को निर्दोष करार देते हुए बरी किया गया था।
– आरोपी आयुष ने जिला कोर्ट के इस फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट के समक्ष अपील दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने वह खारिज कर दी थी।