– शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती की जनहितार्थ पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा
नागपुर-पुरिपीठ के शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की वजह से ही आज देश की सीमाएं सुरक्षित है और सुरक्षित रहेगी l शंकराचार्य श्री सरस्वती आगे ने कहा कि मोदी जी की विदेश नीति अच्छी है, इसमें दो राय नहीं. उसी के कारण आज भारत की सीमा सुरक्षित है. श्री शंकराचार्य ने कृषि कानून को लेकर कहा कि गीता के 18वें अध्याय के 44वें श्लोक में कृषि,गौरक्षा और वाणिज्य में सामंजस्य स्थापित करके काम करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि जो शासक इन तीनों में सामंजस्य स्थापित कर लेता है,उसके लिए यह वरदान बन जाता है, नहीं तो वही अभिशाप बन जाता है.
गंगासागर को राष्ट्रीय मेला घोषित
शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि वह धार्मिक व आध्यात्मिक न्यायाधीश के रुप मे गंगासागर मेला को राष्ट्रीय मेला घोषित कर रहे हैlउन्होने कहा कि शासन तंत्र तो बदलते रहता है,आज किसी का शासन है तो कल किसी का शासन होगा?उन्होने वंगाल की मुख्य मंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि मुख्य मंत्री मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करे य न करे,वह अपने अधिकार के दायरे मे गंगासागर मेला को राष्ट्रीय मेला घोषित कर रहे हैl
गलत तरीके से विकास ही कोरोना प्रादूर्भाव का कारण
शंकराचार्य ने कोरोना महामारी को लेकर कहा कि इसका मुख्य कारण विश्व भर में विकास को क्रियान्वित करने का गलत तरीका है. इसने ऊर्जा के सकल स्रोतों को विस्फोटक और कुपित कर दिया है. उन्होंने कहा कि ऊर्जा के स्रोतों को प्रभावित किये बगैर विकास का मार्ग नहीं ढूंढ़ा गया, तो कोरोना की वैक्सीन के बाद भी भविष्य में ऐसे विस्फोटक वातावरण बन सकते हैं.
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने हरिद्वार और प्रयाग से बेहतर कोरोना प्रबंधन गंगासागर मेला में किया गया है संत ज्ञानदास ने की ममता बनर्जी की बहुत तारीफ की है,
शंकराचार्य ने कहा कि गंगासागर का अपना महत्व है. यह राजा सगर के पुत्रों के उद्धार की भूमि और कपिल मुनि की तपस्थली है. पहले गंगासागर एक बार कहा जाता था, क्योंकि पहले गंगासागर में सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं. पर अब यहां काफी सुविधाएं उपलब्ध हैं. अब पुल बनने की भी बात हो रही है, तो पहले जैसी कोई समस्या नहीं रहेगी.
कुंभ में भी करेंगे पुण्य स्नान
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि उनकी मेला ऑफिसर से बात हो गयी है. वह हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेला के दौरान भी पुण्य स्नान करेंगे. लेकिन, अभी तक तिथि निश्चित नहीं हुई हैlशंकराचार्य के घोषणा से देश को लाखों करोडों वैदिक सनातन हिंदू धर्म उपाशकों ने बधाईयां और शुभकामनाएं दी है।यह जानकारी प.वंगाल सागरदीप स्थित भागीरथी गंगा संगमं गंगासागर एवं उडीसा जगन्नाथ पुरी से लौटे वरिष्ठ पत्रकार श्री टेकचंद सनोडिया शास्त्री ने विज्ञपति मे दी है।