भंडारा। भंडारा और गोंदिया जिले के शिक्षित, बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर निर्माण करने के उद्देश्य से भंडारा जिले के साकोली तहसील अंतर्गत ग्राम मुंडीपार में 270 किसानों से 510 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) कारखाना स्थापित किया जाएगा का खूब नगाड़ा बजाया गया किन्तु आज 9 साल बीत गए उस अधिग्रहण की गई जमीन पर अबतक भेल प्रोजेक्ट शुरू ना होने से दोनों जिलों के बेरोजगार युवाओँ के साथ अन्याय किया गया है।
भेल प्रोजेक्ट के इस मामले को लेकर जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. परिणय फुके शुरुआती समय से ही संघर्षशील रहे हैं और जिले में नए उद्योग स्थापित करने हेतु वे प्रयासरत हैं।
श्री फुके ने भेल परियोजना के लिए किसानों से ली गई मुंडीपार की इस 510 एकड़ जमीन पर भेल द्वारा अबतक 9 सालों में कोई कार्य न करने पर तथा महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल द्वारा बार-बार नोटिस भेजने के बावजूद कोई जवाब न देना इसे गंभीर मामला बताया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्व पालकमंत्री डॉ. परिणय फुके ने महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत से मुलाकात कर भेल द्वारा संपादित की गई भूमि का मसला रख इस भूमि पर MIDC के माध्यम से अन्य महत्त्वपूर्ण उद्योग धंधे शुरू करने की मांग शासन स्तर पर की।
उन्होंने कहा, अगर उद्योग क्रांति के नए आयाम स्थापित होते है तो भंडारा और गोंदिया जिले के विकास को बढ़ावा मिलेगा।
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने डॉ. फुके द्वारा रखे गए इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित संज्ञान लेकर भेल के प्रति कड़ा रुख़ दर्शाया और अंतिम नोटिस भेजने के निर्देश दिए।
बताया जाता है कि मंत्री श्री सामंत के निर्देश मिलते ही भेल को फ़ाइनल नोटिस जारी कर 15 दिनों में ज़वाब देने कहा गया है अगर जवाब नहीं आता है तो एमआईडीसी उक्त जगह पर अन्य उद्योग धंधे हेतु शासन स्तर पर कार्रवाई करेगी।
रवि आर्य