- जिला परिषद् और पंचायत समिति चुनाव में लहराया कांग्रेस और राका का परचम
- कांग्रेस को 19 सीटें, राष्ट्रवादी कांग्रेस को 15, भाजपा सिमटी 13 सीटों पर, सेना को इकलौती सिट, 4 अपक्ष भी जीते चुनाव
भंडारा। भंडारा सत्तापक्ष के सारे दावों को धता बताते हुए सेक्युलर पार्टियों ने भंडारा जिला परिषद् और पंचायत समिति चुनावों में अच्छे प्रदर्शन के दम पर 5 साल बाद ज़ोरदार घर वापसी की. भंडारा जिला परिषद् की 52 सीटों पर 4 जुलाई को शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुए जिसके नतीजे आज जिला पुलिस मुख्यालय में घोषित किये गए.
सोमवार सुबह से ही भाजपा के उम्मीदवार बैंड, बाजा, बरात के साथ भंडारा जिला पुलिस मुख्यालय के पास कार्यकर्ताओं के हुजूम के साथ मौजूद थे वहीं कांग्रेस के इक्का दुक्का समर्थक ही नज़र आ रहे थे. जैसे जैसे चुनाव परिणाम घोषित होने लगे, समां बदलने लगा और कांग्रेसियों के चेहरे पर नूर छाने लगा.
कांग्रेस कूल 19 सीटें जित कर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी वहीँ राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता प्रफुल पटेल की मेहनत 15 सीटों पर रंग लाई. भारतीय जनता पार्टी सिमट कर 13 जगहों पर सिमित रही वहीँ शिवसेना के इकलौते उमीदवार ने साख बचाए रखी.
तुमसर तहसील की 10 सीटों से 8 पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की जीत हुयी जिसमे प्रतिष्ठित सिहोरा सीट भी शामिल है. सिहोरा सर्वसाधारण सीट से राका के धनेन्द्र तुरकर ने तहसील में सर्वाधिक 5275 वोटों के साथ पंचायत समिति सभापति भाजपा के कलाम शेख को हराया. मोहाड़ी तहसील की 7 सीटों से 2 अपक्ष उमीदवार जिनमे प्रतिष्ठित वरठी जि.प. क्षेत्र से सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप उके की धर्मपत्नी धर्मशिला उके ने 3588 वोटों के साथ जीत हासिल की. बाकी 5 सीटों पर भाजपा के उमीदवार विजयी हुए. साकोली तहसील की 6 सीटों से कांग्रेस ने 4 जगह जबकि भाजपा ने 2 जगह जीत हासिल की. प्रतिष्ठित समझी जाने वाली कुम्भली की सीट से होमराज पाटिल कापगते ने 5203 वोटों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के उमीदवार बावनकुले को हराया. वहीँ दूसरी ओर राका के दिग्गज नेता अविनाश ब्राम्हणकर को वडद सीट से मात्र 142 वोटों से हार का सामना करना पडा.
लाखनी तहसील की 6 सीटों से 5 जगह पर कांग्रेस ने बाजी मारी जबकि भाजपा के हिस्से में 1 ही सीट आई. प्रतिष्ठित मुरमाडी/सावरी सीट से कांग्रेस के युवा उमीदवार हेमंत कोरे ने 4516 वोटों के साथ भाजपा के दिग्गज नेता शेषराव वंजारी को हराया. वहीँ कांग्रेस के विनायक बुरडे ने पोहरा सीट से अपक्ष बाहुबली नेता विजय खोब्रागडे को मात्र 46 वोटों से हराया. भंडारा तहसील के 10 सीटों पर भाजपा, राका और कांग्रेस को मिलाजुला परिणाम मिला. कोथूर्ना सीट से कांग्रेसी प्यारेलाल वाघमारे ने भाजपा के पूर्व जि.प. उपाध्यक्ष नितिन कड़व को 2032 वोटों से हराया. शहर से सटे हुए गणेशपुर सीट से राका से शिवसेना में पदार्पण किये युवा नेता यशवंत सोनकुसरे की धर्मपत्नी जया सोनकुसरे ने भाजपा की पूजा ठवकर को 3399 वोटों के मुकाबले 2517 वोटों से हराया. खोकर्ला जिप सीट से अरविन्द भालाधारे ने 3378 वोट लेकर पूर्व जि.प. अध्यक्ष राका के सुमेध शामकुवर को हराया.
पवनी तहसील की 7 से 4 सीटों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के उमीदवार विजयी हुए जबकि 2 जगह कांग्रेस और 1 जगह अपक्ष उमीदवार की जीत हुयी. प्रतिष्ठित आसगाव जिप क्षेत्र से कांग्रेस की चित्रा सावारबांधे विजयी हुयी. लाखान्दुर तहसील की 6 से 5 जगहों पर कांग्रेस ने बाजी मारी जबकि दिघोरी से भाजपा उमीदवार माधुरी हुकरे की जीत हुयी.
गौरतलब है की लोकसभा में जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा सांसद नाना पटोले के घरेलु विधानसभा क्षेत्र की 18 में 14 सीटों पर कांग्रेस ने बाजी मारी है.