बेहद चालाकी से दी गई दबिश में , 5 टिप्पर सहित 80 लाख की संपत्ति बरामद
भंडारा। मध्यकालीन इतिहास में कई राजा भेष बदलकर वास्तविक माहौल की जानकारी लेने खुद जनता के बीच पहुंच जाया करते थे रेत माफियों के नेटवर्क को खंगालने के लिए बेहद चालाकी से भेष बदलकर छोटे टेम्पो गाड़ी में बैठकर आए मोहाड़ी तहसीलदार ने रेत की तस्करी में जुटे 5 टिप्परों को आज शुक्रवार 3 दिसंबर को तड़के 5 बजे के दरमियान जब्त किया।
दरअसल यह घटना भंडारा जिले के मोहाड़ी तहसील के ग्राम रोहा- बेटाला घाट के निकट घटित हुई , इस कार्रवाई में कुल 80 लाख का माल जब्त किया गया।
विशेष महत्व की बात यह रही कि, तस्करों से अपनी पहचान छुपाने के लिए राजस्व विभाग के तहसीलदार हॉफ पेंट (बरमुडा) व टी-शर्ट में साधारण व्यक्ति का भेष धारण कर ऑटो में सवार होकर नदी घाट पर कार्रवाई करने पहुंचे और निर्भीक तरीके से पेश आए जिससे रेत माफिया भी गच्चा (धोखा) खा गए।
पूर्व विदर्भ के भंडारा जिले में रेती की अधिक मांग है लिहाज़ा रेत तस्करों की कूदृष्टि रेत घाटों पर रहती है और भंडारा जिले के मोहाड़ी तहसील के ग्राम रोहा- बेटाला घाट पर रेत माफिया अवैध उत्खनन और परिवहन कर शासन के राजस्व की तिजोरी को चूना लगा रहे हैं इस बात की शिकायतें लगातार मिल रही थी।
इसी बीच रेत तस्करी किए जाने की गोपनीय जानकारी मिलने पर मोहाड़ी तहसीलदार दीपक करांडे द्वारा तत्काल एक टीम गठित की गई और तहसीलदार ने स्वंय छापामार कार्रवाई को लीड करने का फैसला किया, हालांकि रेत माफियाओं का नेटवर्क बड़ा होने के कारण उन्हें रंगे हाथों पकड़ने के लिए योजना बनाई गई जिसके तहत एक छोटे टेम्पो गाड़ी में सवार होकर स्वंय तहसीलदार दीपक करांडे घटनास्थल पर टी-शर्ट बरमुंडा धारण कर पहुंचे जहां इस दौरान उन्होंने राजस्व कर्मचारियों की मदद से रेत माफियाओं की घेराबंदी की तथा अवैध रूप से तस्करी करते हुए 5 टिप्पर मौके पर पाए गए, जिन्हें जब्त करते हुए मोहाड़ी पुलिस थाना परिसर में जमा किया गया।
इस तरह भेष बदलकर की गई अनूठी कार्रवाई में सभी टिप्पर मालिकों और चालकों के विरुद्ध नियमानुसार पंचनामा पश्चात कुल 80 लाख की संपत्ति बरामद करते कार्रवाई की गई।
मोहाड़ी तहसीलदार की इस कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
–रवि आर्य