Published On : Thu, Mar 28th, 2019

भाजपा का आतंरिक सर्वे : कांग्रेस आघाडी २१६ तो भाजपा १८२

Advertisement

– सर्वे के परिणाम से संघ- भाजपा नेतृत्व चिंतित

नागपुर – लोकसभा चुनाव को लेकर आम से लेकर खास सभी सर्वेक्षण करवाते हैं,इस क्रम में भाजपा ने भी अंतर्गत सर्वेक्षण करवाया तो मिले परिणाम से नेतृत्वकर्ता दंग रह गए,सर्वेक्षण परिणाम बतला रहे कि भाजपा आघाडी को कुल १८२ तो सिर्फ भाजपा को १५१ के आसपास सीटें ही जीत दर्ज करती नज़र आएंगी, वहीं दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को बड़ी सफलता अर्थात २१६ सीटें तो उत्तर प्रदेश में बसपा – सपा-आरएलडी गठबंधन 60% से अधिक सीट जितने की संभावना सर्वेक्षण द्वारा सामने आई हैं।

Gold Rate
Monday 17 March 2025
Gold 24 KT 88,000 /-
Gold 22 KT 81,800 /-
Silver / Kg 100,300 /-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

With Alliance

ज्ञात हो कि विभिन्न प्रकार के चुनावों के लिए देश में देशी-विदेशी कई दर्जन सर्वेक्षण करने वाली संस्थान हैं.जमीनी स्तर पर इनके सर्वेक्षण का दायरा भी सिमित हुआ करती हैं.वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी और संघ का दायरा अंतरराष्ट्रीय होने से उनके नेटवर्क काफी तगड़ी मानी जाती हैं.इसी नेटवर्क के आधार पर समय दर समय भाजपा चुनावी सर्वेक्षण करवाती रहती और सर्वेक्षण बाद चिंतन कर सुधार कर अपनी पकड़ मजबूत करती रही हैं.इसी क्रम में भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए भी अंतर्गत सर्वेक्षण करवाया।

Individual Seats

इस सर्वेक्षण का परिणाम ने भाजपा-आरएसएस की नींद हराम कर दी.उन्हें कुल १५१ सीट तो उनके गठबंधन दलों को ३१ सीटों पर सफलता मिलती दिख रही.वहीं कांग्रेस को १४१ तो उनके गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों को ७५ सीटों पर सफलता मिलने की संभावना संघ के अंतर्गत सर्वेक्षण से प्राप्त हुआ हैं.


उत्तर प्रदेश :- उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटें हैं, कुल ८० सीटों में से बसपा – सपा-आरएलडी गठबंधन 60% अर्थात ४५ सीटें,भाजपा को २९,भाजपा आघाडी को १,कांग्रेस को ५ सीटों पर सफलता मिलने की संभावना व्यक्त की गई हैं.

महाराष्ट्र :- महाराष्ट्र में कुल ४८ सीटें हैं,जिनमें से कांग्रेस को १०,कांग्रेस आघाडी को १०,भाजपा को १६,भाजपा आघाडी को १२ सीटों पर सफलता मिलती दिख रही.

With Alliance

बंगाल:– बंगाल में कुल ४२ लोस सीटें हैं,यहाँ के २३% अल्पसंख्यक मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं.सर्वे में यहाँ कांग्रेस को ४,भाजपा को २ और शेष ३६ तृणमूल कांग्रेस को मिलती नज़र आ रही.

बिहार:– बिहार में कुल ४० सीटों में से कांग्रेस को ४,कांग्रेस गठबंधन पक्षों को १४,भाजपा को १३,भाजपा के गठबंधन पक्षों को ९ सीटों पर जीत दर्ज करने के अनुमान सर्वे में व्यक्त किये गए.

तमिलनाडु:– तमिलनाडु में कुल ३९ सीटों में से कांग्रेस को ७,कांग्रेस के मित्रपक्षों को २७,भाजपा के मित्रपक्षों को ५ सीटों पर सफलता मिल सकती हैं,इस राज्य में भाजपा का खाता खुलने के आसार नज़र नहीं आ रहे.

कर्नाटक:– इस राज्य में कुल २८ लोकसभा सीटें हैं,जिसमें से कांग्रेस को १४,कांग्रेस मित्रपक्षों को ५,भाजपा को ९ सीटों पर सफलता मिलती दिख रही.

गुजरात:- प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा के सुप्रीमो शाह के गुजरात में कुल २६ सीटें हैं,इनमें से ६ कांग्रेस तो शेष भाजपा को मिलने की संभावना सर्वे में व्यक्त की गई.

अर्थात दक्षिण भारत के कुल १३४ सीटों में से भाजपा को १५,पश्चिम के १०१ में से ५९,उत्तर के १२६ में से ५०,मध्य के ४० में से १७,पूर्व के ११७ में से ३१ और उत्तर-पूर्व के २५ सीटों में से १० सीटों के आसपास भाजपा आघाडी को दर्ज की संभावना सर्वे में दर्शाई गई हैं.

उल्लेखनीय यह हैं कि उक्त सर्वे के रिपोर्ट से भाजपा सह संघ काफी चिंतित हैं,क्यूंकि भाजपा के अंदरूनी सर्वे में ज्यादा से ज्यादा लोगों का सहभाग होता हैं.इनकी शाखाएं भी कई दर्जन हैं.संघ के आधार पर भाजपा खड़ी व टिकी हुई हैं.इसलिए इस सर्वे के परिणाम ने वर्त्तमान सरकार को सकते में ला खड़ा किया हैं.

राजीव रंजन कुशवाहा

Advertisement
Advertisement