नागपुर: गुरुवार को अजनी रेलवे स्टेशन में बीजेपी कार्यकर्ता नियमों की सरेआम धज्जियाँ उड़ाते दिखे ख़ास है इस दौरान पार्टी विधायक, वरिष्ठ नेता और आरपीएफ़ आँख मूंदे सब देखते रहे। रेलवे सुरक्षा नियमों की अवहेलना बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सिर्फ पटरी पार कर नहीं की बल्कि एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तक सामान भी पहुँचाया गया। कार्यकर्ताओं की इस घटना को रेलवे स्टेशन में मौजूद मिडिया के कैमरों में कैद भी हुई।
इस व्यवहार को लेकर जब पार्टी के नेताओं से सवाल किया गया तो उन्होंने माफ़ी माँगकर मामले को रफ़ा दफ़ा करने का प्रयास किया। लेकिन ट्रेन की पटरी पर सामान ढोने की घटना के कुछ देर बाद फिर एक बार बीजेपी कार्यकर्ता नियमों को तोड़ने लगे। स्टेशन में जैसे ही नागपुर से मुंबई जाने वाली स्पेशल ट्रेन की एनाउंसमेंट हुई। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर मौजूद कुछ युवा कार्यकर्ता ट्रेन की पटरी से ही प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर गए। जिस समय बीजेपी के कार्यकर्ता यह हरक़त कर रहे थे उसी समय स्टेशन में ट्रेन की पटरी पर आवजाही करने के नुकसान की जानकारी देते हुए फुट ओवर ब्रिज के इस्तेमाल की जानकारी दी जा रही थी । अजनी स्टेशन से मुंबई, हैदराबाद रूट पर गाड़िया जाती है इस वजह से प्लटफॉर्म 1 और दो दोनों ही काफ़ी व्यवस्त रहता है।
अब इसे युवाओं का जोश में होश खोना कहे या फिर सत्ता की ठसक जिसके सामने नियम कानून कुछ भी नहीं। खुद को अनुशाषन का पालन करने वाली पार्टी के युवा कार्यकर्ता ये हरक़त वरिष्ठ नेताओं के सामने कर रहे थे लेकिन उन्हें किसी ने नहीं रोका। शायद रेलवे के भीतर सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली एजेंसी आरपीएफ भी सत्ताधारी दल से डरी हुई थी इसलिए उसने भी किसी तरह की कार्रवाई कानून तोड़ने वालो पर नहीं की। ये वही आरपीएफ है जो छोटे से नियम को तोड़ने पर आम यात्रियों से भारी दंड वसूलती है।