नागपुर: पारशिवनी तहसील की 21 ग्रापं चुनाव के परिणाम आने के बाद जहां टेकाडी कोयला खदान ग्राम पंचायत में भाजपा के द्वारा दमदार प्रदर्शन करने के साथ भाजपा के द्वारा कांग्रेस का सुपडा साफ कर दिया गया . भाजपा के सरपंच पद के उम्मीदवार विनोद इनवाते ने निर्देलीय राधेश्याम भालावी को 1500 से अधिक मतों से हराकर एक तरफा जीत हासिल की हैं.
पारशिवनी तहसील के 21 ग्रापं चुनाव के परिणाम तहसील कार्यालय पारशिवनी में सुबह 10 बजे की गिनती के साथ ही घोषित कर दिए गए. सुबह गिनती शुरू होने के साथ वार्ड क्रमांक 1 से शाकिर सिद्दीकी ने एक तरफा मुकाबले भाजपा के बिरेंद्र मुखिया को हराकर जीत हासिल की हैं, जबकि शिवानी भलावी ने एक तरफा मुकाबले में अल्का धुर्वे को 300 से अधिक मतों से हराकर जीत हासिल की हैं, शिवसेना की इंदिरा कुर्मी ग्राम विकास पॅनल की गीता कश्यप से मात्र 2 वोटो से हार गई हैं.
वार्ड क्रमांक 2 से मराठी पत्रकार संघ के सचिव सतीष घारड ने दमदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की हैं. वार्ड क्रमांक 4 से वर्तमान ग्रापं सदस्य त्रिभुवन सिंह ने पूर्व ग्रापं सदस्य बिरेंद्र सिंह को 31 मतों से हराकर जीत हासिल की हैं, जबकि वर्तमान ग्रापं सदस्य मीना झोड एवं संध्या सिंह ने पुन: ग्रापं टेकाडी में पहुंचने का रास्ता जीत के साथ दमदार प्रदर्शन किया हैं.
इस वार्ड से वर्तमान ग्रापं सदस्य आशा राऊत को हार का सामना करना पडा हैं, वार्ड नंबर 5 एवं 6 से भी भाजपा के पॅनल ने दमदार जीत हासिल की हैं. वार्ड नंबर 5 में जहां भाजपा के भूपेंद्र सिंह ने मात्र 9 वोटो से जीत हासिल की हैं, वहीं शिवसेना के जितेंद्र चौहान ने 283 वोट लेकर निर्देलीय अरूण सुर्यवंसी को 44 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की हैं, वहीं पर जितेंद्र चौहान के साथ उनके साथ लड रहीं शकुंतला केरकट्टा एवं भारत गजबे ने भी जीत हासिल की हैं.
जबकि पारशिवनी तहसील की 21 ग्रापं में कांग्रेस ने 11 ग्रापं में एवं भाजपा ने 5 तथा शिवसेना ने 3 राकां 1 सहित 1 अपक्ष सरपंच ने जीत हासिल की हैं. हारी महिला ने खेला गुलाल: ग्रापं टेकाडी कोयला खदान वार्ड नंबर 1 की शिवसेना प्रत्यासी इंदिरा कुर्मी जो की 2 वोटो से हार चुकी थी, परंतु समर्थकों के द्वारा गलत जानकारी देने के कारण इंदिरा कुर्मी ने गुलाल खेल कर अपनी जीत की खुशी का इजहार किया गया, परंतु जैसे ही कुर्मी को पता चला की वह 2 मतों से हार गई हैं, तो कुर्मी तुरंत पारशिवनी तहसील कार्यालय पुन:गणना के लिए जा पहुंची, परंतु तब तक देर हो चुकी थी.