नागपूर– गुरुवार 7 अप्रैल को बुद्ध जयंती मनाई गई. भारत में लॉकडाउन के चलते बौद्ध अनुयायियों ने घर में ही बुद्ध वंदना की. इस दिन एशिया के कई देशो में बुद्ध पूर्णिमा धूमधाम से मनाई जाती है. शहर में भी बौद्धविहारों में और दीक्षाभूमि पर भीड़ होती है. लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दिया . आंबेडकर जयंती के जैसे ही बौद्ध अनुयायियों ने घर पर ही उनकी जयंती मनाई.
एशिया समेत अन्य देशो में बुद्ध पूर्णिमा को अलग अलग नामों से जाना जाता है. इस दिन में इसको मनाने का उनका तरीका भी अलग होता है.
बुद्ध ने बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त कर बौद्ध धर्म की स्थापना की थी. यही वजह है कि बौद्ध धर्म के लोग गौतम बुद्ध को भगवान मानते हैं और पूरे हर्षोल्लास व विधि-विधान से उनका जन्मदिन मनाते हैं. वैशाख महीने की पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है.
मान्यता है कि इसी दिन गौतम बुद्ध (Gautam Buddha) ने जन्म लिया था. बौद्ध धर्म के अनुयायी इसे बुद्ध जयंती (Buddha Jayanti) के रूप में मनाते हैं.