अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन अनशन पर बैठे शेलके
नागपुर- नागपुर में कोरोना संक्रमण के बाद से ही शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में लूट की जा रही है. मरीजों के परिजनों से लाखों रुपए की वसूली की जा रही है. इन हॉस्पिटल्स पर किसी भी प्रशासकीय अधिकारियों का किसी भी तरह का कोई भी नियंत्रण नही होने की वजह से प्राइवेट हॉस्पिटल मनमानी कर रहे है और मरीजों के परिजनों से लाखों रुपए इलाज के नाम पर ले रहे. प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रही लूट के खिलाफ इन हॉस्पिटल्स पर कार्रवाई और शहर के रेडिएंस होस्पिटल को सील करने की मांग को लेकर नगरसेवक बंटी शेलके अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. मंगलवार से वे अनशन पर बैठे है.
शेलके के अनुसार शहर के निजी हॉस्पिटल और रेडिएंस हॉस्पिटल मरीजों के परिजनों को लूट रहे हैं.
उनका कहना है कि प्राइवेट हॉस्पिटल और रेडिएंस हॉस्पिटल अपनी मनमानी कर रहे है और सरकार के दिशा-निर्देश का उल्लंघन कर रहे हैं. इस बारे में उन्होने विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी और मनपा आयुक्त को बार- बार इस बारे में जानकारी दी है और तुरंत कार्रवाई कि मांग भी है. लेकिन इस मामले को किसी भी प्रशासकीय अधिकारी ने गंभीरता से नहीं लिया . यहां तक कि उन्हें बाहर बैठकर ईंतजार करने के लिए कहा गया, जो कि उनका अपमान है.
शेलके का कहना है कि इस समय इस महामारी में जिनपर यह जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, वही इसे गंभीरता से नही ले रहे है.
इसलिए इन गंभीर समस्याओ को लेकर और परेशान मरीजों के परिजनों के लिए उन्होंने मेयो हॉस्पिटल परिसर में अनशन शुरू किया है.
शेलके ने आरोप लगाया है कि तहसील पुलिस और मनपा केवल इस महामारी में दुकानदारों से वसूली में लगी, उन्होंने अनशन स्थल पर आकर अनशन करने से मना किया था.
उन्होंने तुरंत प्राइवेट हॉस्पिटल और रेडिएंस हॉस्पिटल को सील लगाने की मांग की है. शेलके को मनपा आयुक्त कार्योलय से पत्र भी आया है और कहा गया है कि हम कार्रवाई करेंगे. लेकिन शेलके को भरोसा नही है कि प्रशासन इन हॉस्पिटलों पर कार्रवाई करेगा. इसलिए वे अपना अनशन जारी रखे है.