नागपुर: मोतियाबिंद एक बड़ी समस्या है और आंखों की इस बीमारी को रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह अभियान केवल सरकार के भरोसे पूरा नहीं होगा बल्कि कई गैर सरकारी संगठनों और निजी अस्पतालों के सहयोग की उम्मीद है।
वासुदेव नगर मेट्रो स्टेशन के पास माधव नेत्रालय व वास्तुशंति पूजन व मंगल प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उपमुख्यमंत्री इस अवसर पर बोल रहे थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, स्वामी सवितानंद महाराज, सोलर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष सत्यनारायणजी नुवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मोतियाबिंद आंखों की एक बड़ी समस्या है। इस पर कई सालों से स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रही है। अभियान 2016-17 में चलाया गया था जब वे मुख्यमंत्री थे। अगर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहल न की जाती और बड़े पैमाने पर सर्जरियां न होती तो करीब 14 लाख नागरिक अंधे हो चुके होते। 2019 तक सभी ज्ञात रोगियों की सर्जरी हुई। हालांकि, पिछले डेढ़ से दो साल में यह काम ठप हो गया है। अब एक बार फिर प्रदेश में मोतियाबिंद के मरीज बड़े पैमाने पर देखे जा रहे हैं। इसलिए इस अभियान को फिर से चलाने की जरूरत है।
पिछले दो दशकों से अधिक समय से माधव नेत्र पीढ़ी की पहल से नेत्र विज्ञान पर कार्य बहुत अच्छे से चल रहा है। लोगों को प्रेरित कर नेत्रदान की गतिविधियों को अमल में लाकर हर तरह के उपचार की व्यवस्था स्थापित करने का काम किया जा रहा है। इस क्षेत्र में माधव नेत्र पीढ़ी एक आधुनिक संस्था बनकर उभर कर सामने आई है।
माधव नेत्र पेढ़ी के माध्यम से शहरी हो या ग्रामीण सभी क्षेत्रों के लोगों को बहुत अच्छी सेवा देने का निर्णय लिया गया है। इस असाधारण काम करने के लिए आम लोग भी संस्था के साथ आ रहे हैं। आगे बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की वयोश्री योजना नेत्र रोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हुई है।