– मनपायुक्त से नगरसेवकों ने की जाँच की मांग,ठेकेदार वर्ग भयभीत
नागपुर – मनपा द्वारा फुटपाथों के ऊपर सड़कों का सीमेंटीकरण कर दिया गया है. ऐसे सभी ठेकेदारों की जांच की मांग अब जोर पकड़ रही है। कई नगरसेवकों ने मनपाआयुक्त को पत्र लिखकर घोटाले की जांच की मांग की है. इससे सम्बंधित स्थानीय ठेकेदार काफी डरे हुए हैं।
शहर में फुटपाथ पर दुकानें, निजी ट्यूशन कक्षाएं और पार्किंग हैं। विज्ञान संस्थान के पास ड्रेनेज लाइन पर फुटपाथ है और उसमें छह फीट गहरा गड्ढा होने के कारण किसी व्यक्ति के गिरने की आशंका है। फुटपाथ की ऊंचाई के संबंध में दिशा-निर्देशों की अनदेखी ने वरिष्ठ नागरिकों को परेशानी में डाल दिया है।
शहर में फुटपाथ पर अतिक्रमण है और न सिर्फ दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है, बल्कि फुटपाथ पर ही महावितरण, एसएनडीएल ने डीपी भी लगा दी है. दरअसल फुटपाथ निर्माण में महानगर पालिका व महावितरण के बीच तालमेल नहीं होने से पैदल चलने वालों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। मनपा ने भोले पेट्रोल पंप से विभागीय आयुक्त कार्यालय तक जाने वाली सड़क के एक ओर फुटपाथ का सौंदर्यीकरण कर दिया है. एक ओर मनपा की दोहरी भूमिका नागरिकों के लिए पगडंडियों को छोड़कर उनके सौंदर्यीकरण में दिखाई दे रही है। कई फुटपाथ अब चलने योग्य नहीं हैं। दिलचस्प बात यह है कि नई सीमेंट सड़कों की ऊंचाई बढ़ने से फुटपाथों के गायब होने की नई समस्या पैदा हो गई है।
अब इन सड़कों के किनारे ‘ROAD SHOULDER’, फुटपाथ, बारिश के पानी के नाले बनाने की जिम्मेदारी मनपा की है. लेकिन सीमेंट की सड़कें पूरी होने के बावजूद मनपा ने अभी तक सड़क के समानांतर फुटपाथ को ठीक नहीं किया है.
ठेकेदारों द्वारा पूरी की गई सीमेंट सड़क को फुटपाथ से ‘आई ब्लॉक’ से जोड़ा गया था। कई जगह सड़क और फुटपाथ की ऊंचाई एक जैसी हो गई है। इसलिए वाहन चालक अब फुटपाथ के साथ-साथ सड़कों पर भी वाहन चला रहे हैं। इसलिए नागरिकों को पैदल चलने के लिए फिर से सड़कों पर निर्भर रहना पड़ रहा है और एक बड़ा हादसा होने की आशंका जताई जा रही है.