मुंबई: फिल्म पद्मावती को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश के कई हिस्सों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच सेंसर बोर्ड ने शुक्रवार को तकनीकी कारणों से फिल्म निर्माताओं को लौटा दी है। इससे फिल्म के एक दिसंबर को रिलीज होने पर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के सूत्रों ने बताया कि प्रमाण पत्र के लिए फिल्म पिछले हफ्ते जमा की गई थी। हमने दस्तावेज की जांच की। हमने निर्माताओं को बताया कि उनका आवेदन अधूरा है।
हमने उनसे इसे पूरा कर फिर से भेजने को कहा है। सूत्रों ने कहा कि अब जब यह फिल्म दोबारा सेंसर बोर्ड के पास आएगी तब फिर से नियमों के अनुसार समीक्षा की जाएगी। हालांकि उन्होंने आवेदन में कमियों के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया।
गुजरात चुनाव तक अटक सकती है फिल्म
सेंसर बोर्ड से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सेंसर बोर्ड ने भले ही तकनीकी खामी के आधार पर फिल्म को लौटाया है, लेकिन संभावना है कि फिल्म को गुजरात चुनाव के बाद ही मंजूरी दी जाए। गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को मतदान होना है।
दावा, तय तिथि पर रिलीज करेंगे
वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी अजीत अंधारे ने कहा कि एक छोटी तकनीकी खामी है जिसे दूर करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि फिल्म को 12 जनवरी को रिलीज किए जाने की बात पूरी तरह अफवाह है। फिल्म एक दिसंबर को ही रिलीज होनी है।
विवादित दृश्य हटाने को सुप्रीम कोर्ट में याचिका
फिल्म पद्मावती का मामला शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया। याचिका में आरोप लगाया गया है कि इसमें रानी पद्मावती का चरित्र हनन किया गया है। याचिकाकर्ता ने फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने की अपील की है।