नागपुर: कोराडी औष्णिक विद्युत संयंत्र परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण के एवज में प्रमाण पत्रों में हेर फेर करके परिजनों को नौकरी दिलाने के मामले में फंसे महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री एवं नागपुर के पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का नाम अब एक नए विवाद से जुड़ गया है। नागपुर टुडे के पास पहुंचे दस्तावेजों से ये बात सामने आई है कि बावनकुले ने अपने मंत्रिपद का दुरुपयोग करते हुए अपने भाई नंदकिशोर बावनकुले की कंपनी जगदम्बा कंस्ट्रक्शन्स को करीब ₹16 करोड़ के रोड के ठेके दिलाए। गौरतलब ये है कि बांधकाम विभाग की ओर जारी किए गए ठेका आदेशों में कंपनी का जो पता दिया गया है वह चंद्रशेखर बावनकुले के घर का है। यही पता उन्होंने अपने चुनावी प्रतिज्ञा पत्र में भी दिया है। इसके अलावा बावनकुले का नाम जगदम्बा कंस्ट्रक्शन्स के डीड ऑफ़ रिकांस्टिट्यूशन में भी दिया गया है। एन सी पी नेता किशोर चौधरी ने इस संबंध में दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए ये आरोप लगाया है। चौधरी ने ही बावनकुले पर आरोप लगाया है कि ऊर्जा मंत्री ने अपने परिजनों को प्रकल्पग्रस्त बताकर उन्हें महानिर्मिती और महावितरण में विभिन्न पदों पर नौकरी दिलाई है। इसके समर्थन में किशोर चौधरी ने ठोस दस्तावेज भी पेश किए हैँ।
ताजा मामले में चौधरी ने बताया कि बावनकुले ने न सिर्फ इस कंपनी का पता अपने घर का दिया है बल्कि 25% कम रेट में अपने भाई नंदकिशोर बावनकुले को सड़कों के काम दिलाए हैं। 20 करोड़ के ठेके 16 करोड़ में जगदम्बा कंस्ट्रक्शंस के नाम कर दिए गए। नंदकिशोर का निवास नांदा फाटा, सावनेर हैं जबकि उनकी कंपनी का पता प्लाट न. 28 अ, न्यू कोराडी, तहसील कामठी दिया गया है जो बावनकुले के घर का है। कंपनी के पते की जगह पर नंदकिशोर के निवास अथवा ऑफिस का पता होना चाहिए था लेकिन इसकी बजाय इसमें बावनकुले के घर का पता है। नागपुर टुडे के पास इन कार्य आदेशों के दस्तावेज उपलब्ध हैं। इनमे से एक में कार्यकारी अभियंता, बांधकाम विभाग द्वारा जगदम्बा कंस्ट्रक्शन्स को 18 मार्च 2016 को 6.30 करोड़ रुपए का कार्य आदेश जारी किया गया जो कामठी तहसील की बाबुलखेड़ा, लोनखैरी, नांदा, सुरादेवी, वारेगांव, भिलगांव, रानाला रोड के सुधार कार्य का है। यह आदेश कंपनी की ई-निविदा क्रमांक 40994 पर दिया गया है।
इसी तरह 2 फरवरी, 2016 को बांधकाम विभाग ने कामठी तहसील में ही कुही, पांडेगांव, भामेवाड़ा, वडोडा, सोनेगांव, नेरी गाडा सड़क के चौड़ीकरण एवं सुधार कार्यों के लिए जगदम्बा क्रस्ट्रक्शन्स की ई-निविदा (क्रमांक – 36889) पर कार्य आदेश जारी किया, जिसके लिए 93,74, 389 रुपए की राशि मंजूर की गई थी। इससे पहले 18 जनवरी 2016 को जगदम्बा कंस्ट्रक्शन्स को 74,78,934 रुपए का कार्य दिया गया जिसमें वारेगांव, कामठी, घोरपड, लिहिगांव, महालगांव, सावली, परसाड, केम रोड की मरम्मत का कार्य था। इसके लिए कंपनी की ई-निविदा (क्रमांक-33997) पर 74,78,934 रुपए मंजूर किए गए थे। इसी तरह सड़कों के अन्य ठेके भी जगदम्बा कंस्ट्रक्शन्स को दिए गए।
इस घोटाले का पर्दाफाश करने वाले किशोर चौधरी ने यहां तक आरोप लगाए हैं कि ऊर्जा मंत्री बावनकुले ने कुछ दस्तावेजों पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के फर्जी हस्ताक्षर भी किए हैं, ताकि वे अपने कार्यों को अंजाम दे सकें। चौधरी ने मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय एवं निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
– राजीव रंजन कुशवाहा