गडचिरोली पुलिस की महत्वपुर्ण कामगिरी
गडचिरोली। छत्तीसगड़ और सीमावर्ती क्षेत्र के गडचिरोली जिले के 11 से अधिक मामलों में शामिल हुआ जलाल नक्सलवादी और छत्तीसगड़ के मानपुर विभागीय समिति के सदस्य राजू उर्फ़ जेठुराम धुर्वा को गडचिरोली पुलिस ने मंगलवार 16 सितंबर को धानोरा तहसील के जंगल से गिरफ्तार किया. पिछले सात वर्ष में गडचिरोली पुलिस ने पहली बार बड़े कैडर के नक्सली को गिरफ्तार किया.
इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, जिला पुलिस छत्तीसगड़ सीमालगत के जंगल में नक्सल विरोधी अभियान चलाते समय राजू धुर्वा को गिरफ्तार किया गया. 41 वर्षीय राजू धुर्वा यह छत्तीसगड़ राज्य के राजनांदगांव जिले के मोहला तहसील के खडगांव का निवासी है. वह नक्सलियों के मानपुर विभागीय समिति का सदस्य है. छत्तीसगड़ और महाराष्ट्र के अनेक गंभीर मामलों में राजू शामिल था.
दलम में भर्ती होने से पूर्व राजू गांव में रहकर मिलिशिया का काम करता था. नक्सलियों के पॉलीट ब्युरो सदस्य गुडसा उसेंडी ने भेजे स्फोटके और अन्य सामग्री वह अलग-अलग दलम को पहुंचाता था. उसके बाद सितंबर 2007 में वह छत्तीसगड़ के पल्लेमाड़ी दलम में सदस्य के रूप भर्ती हुआ, दुसरे वर्ष मोहल्ला एलओएस में उसकी बदली हुई. 2012 में उसकी पल्लेमाड़ी दलम में डीव्हीसी के रूप में नियुक्ती हुई. 2013 तक वे वहां कार्यरत था, उसके बाद वह अौंधी दलम का प्रभारी के रूप में कार्यरत था. इससे पूर्व गहनगट्टा मुठभेड़ में अौंधी दलम के उपकमांडर को पुलिस ने मौत के घाट उतारा था. अब कोई बड़ा नेता इस दलम में नहीं रहा, ऐसी जानकारी पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने दी.
उल्लेखनीय है कि, उस पर खून, मुठभेड़ ऐसे 11 मामले दाखिल होकर, छत्तीसगड़ पुलिस ने उस पर 16 लाख रुपयों का बक्षीस जाहिर किया था. ऐसा भी संदीप पाटिल ने कहा. संवाददाता सम्मेलन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल श्रीरामे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एम.राजकुमार(अभियान) उपस्थित थे.
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