ग्राहक संरक्षण संस्था महिला आघाडी आंदोलन करेगी, ज्ञापन सौंपा
उमरखेड़
ग्राहक संरक्षण संस्था महिला आघाडी ने नगर परिषद के मुख्याधिकारी को सोमवार को एक ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि बार-बार ध्यान दिलाने के बावजूद शहर की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मजबूरी में आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा.
टैक्स के बावजूद उदासीनता
महिला आघाडी ने मुख्याधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि शहर के सभी वार्डों में कचरा ले जाने के लिए घंटागाड़ी नहीं आती, अनेक वार्डों में सडकों पर गड्ढे पड़ चुके हैं, जहां घंटागाड़ी आती है वहां गाड़ी के कर्मचारी नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं. महिला आघाडी ने सवाल उठाया है कि संपत्ति कर, पानी कर, स्वच्छता कर भरने के बाद भी सुविधाएं देने में उदासीनता बरती जाती है.
नाले का गंदा पानी सडकों पर
महिला आघाडी ने कहा है कि संजय गांधी चौक से गुजरने वाला नाला पिछले कई दिनों से उफन-उफनकर बह रहा है. नाले की गंदगी रास्ते पर आ रही है. आने-जाने वाले लोगों को इसी बहते गंदे पानी से होकर ही रास्ता पार करना पड़ता है. उसी तरह, लोहारपुरा स्थित भाजी मंडई के प्रवेश द्वार पर शौचालय है. इसकी हालत बहुत ख़राब है और गंदगी से आनेवाली मक्खियां सब्जी-भाजी को भी गंदा करती हैं. सब्जी-भाजी खरीदने मंडी में आनेवालों को दुर्गंध के बीच ही खरीदारी करनी पड़ती है. जलापूर्ति करने वाले नलों के वॉल्व भी कई स्थानों पर नाली में ही लगे हैं.
अब आंदोलन ही अंतिम पर्याय
महिला आघाडी ने कहा है कि इस ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बच रहेगा. ज्ञापन पर ग्राहक संरक्षण संस्था की अध्यक्ष सुजाता बोलजवार, वंदना चव्हाण, उज्जवला आड़े, ज्योति भंडारे, अल्का मुड़े, रोशनी राठोड, सीमा झाडे, सुरेखा तायडे, अनुसया मुड़े के हस्ताक्षर हैं.