नागपुर: मनपा अंतर्गत शहर सीमा के कोने-कोने से कचरा संकलन कर भांडेवाडी में जमा करने का जिम्मा कनक रिसोर्स मैनेजमेंट कम्पनी के पास है. इस कम्पनी को जिम्मा सौंप मनपा प्रशासन स्वच्छ इलाकों का देशी-विदेश निरीक्षकों का दौरा कर न सिर्फ तमगे हासिल कर रही है बल्कि शहर को स्वच्छता की श्रेणी में देश भर में अग्रणी शहरों में होने का ढिंढोरा भी पीटने से गुरेज नहीं कर रही है. मजे की बात यह है कि प्रभागों में कचरा संकलन के लिए कर्मी व व्यवस्था की कमी बतानेवाले कनक बोखारा ग्रामपंचायत अंतर्गत स्कीम से रोजाना कचरा संकलन करते धरे गए. इसकी जानकारी न तो मनपा प्रशासन को ही है और ना ही कनक कम्पनी के आलाधिकारियों को ही इसके बारे में कुछ जानकारी है. लेकिन जब इसकी सूचना प्रशासन को दी गई तो उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगना प्रशासन की ठेकेदार कंपनियों पर पकड़ का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता हैं.
ज्ञात हो कि शहर की बढ़ती आबादी के हिसाब से मनपा स्वास्थ्य विभाग के पास और न ही कनक के पास संतोषजनक जबाव मिला. शहर स्वच्छता का सवाल उठने पर मनपा स्वास्थ्य विभाग के साथ कनक कम्पनी, कर्मचारियों की कमी का रोना रो-रोकर अपना पल्ला झाड़ लेती है. मनपा स्वास्थ्य विभाग में स्थायी कर्मी के सरगना ज़ोन के जमादार हैं. जिनकी प्रशासन और कर्मी दोनों कद्र करते हैं. इनके बिना न प्रशासन और न कर्मी का मसला सुलझ सकता है. वहीं कनक का कहना है कि उनके पास कार्यरत कर्मी नगरसेवकों की सिफारिश से लगने के कारण उन कर्मियों पर काम का दबाव बनाने से नगरसेवक भड़क जाते हैं.
कनक सम्पूर्ण शहर के प्रभागों में चुनिंदा जगहों से सिर्फ जमा कचरों का संकलन कर भांडेवाडी में जमा कर रही हैं. प्रभाग के नागरिकों की मांग पर स्वास्थ्य विभाग, जोनल कार्यालय और कनक कर्मचारियों और व्यवस्था के साथ खर्च का रोना रोने लगते हैं. लगभग शहर का ३०% हिस्सा स्वास्थ्य विभाग के सेवाओं से वंचित है. अमूमन रविवार को शहर के अधिकांश जगहों से देरी से कचरा संकलन किया जाता है. लेकिन गोधनी रेलवे स्टेशन के समीप बोखारा ग्राम पंचायत इलाके के स्कीम से पिछले कई महीनों से नियमित कचरा संकलन जारी है. कचरा संकलन करने वाले कर्मियों के हिसाब से यह निर्देश अशीनगर ज़ोन से मिलने के कारण संकलन करने का कार्य जारी है. इसकी तत्काल जानकारी स्वास्थ्य विभाग और कनक को दी गई लेकिन किस ने पलट कर अपना पक्ष समाचार लिखे जाने तक नहीं रखा.