नागपुर: मनपा अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग अधीनस्त कनक रिसोर्स कंपनी पिछले ९ साल से कार्यरत है. कनक न्यूनतम वेतन तो रही लेकिन सभी को एक जैसा ही वेतन थमा रही है, फिर कचरा उठाने वाला हो या मैकेनिक या फिर वाहन चालक.
उक्त कामगारों की मांग हैं कि उनका कई महीनों का बकाया कनक ने नहीं दिया. कनक चेहरे देख आर्थिक व्यव्हार करता है. इनकी यह भी मांग है कि उन्हें गंदगी में काम करना होता है, इससे बचाव के लिए कनक ने कोई ठोस या मूकभूत व्यवस्था नहीं की. जिसकी वजह से उन्हें दिक्कतें सहन करनी पड़ती है.
इनमें से कुछ कर्मियों का यह भी कहना है कि कनक प्रबंधन कचरों को उठाकर भांडेवाड़ी पहुंचाने की बजाय वजनदार मटेरियल उठाने व ढुलाई पर ध्यानकेंद्रित करने का दबाव बनाये हुए है. क्यूंकि कनक को वजन के हिसाब से मनपा भुगतान करती है.
उक्त कामगारों की मांग है कि कनक पर कठोर कार्रवाई कर कामगारों की बकाया मांग पूरी की जाए. अन्यथा मांग पूरी न होने पर उन्हें काम बंद आंदोलन करने की नौबत आ सकती है.