– 11 जिलों से गुजरने वाली मार्ग पर 60% बिछाई जा चुकी है लाइन
नागपुर – मुंबई से नागपुर समृद्धि महामार्ग का काम जोरों पर है. महाराष्ट्र के 11 जिलों को जोड़ने वाला यह हाईवे परिवहन की गति को बढ़ाएगा। इस हाईवे पर ‘सीएनजी’ पाइपलाइन बिछाने का काम जोरों पर है। महामार्ग अधिकारी के मुताबिक, ‘सीएनजी’ पाइपलाइन 60 फीसदी पूरी हो चुकी है।
याद रहे कि ‘सीएनजी’ उन जिलों में उपलब्ध होगी जहां समृद्धि राजमार्ग जिलों से होकर गुजरता है। महाराष्ट्र के कुछ जिलों को छोड़कर अभी कई जगहों पर ‘सीएनजी’ नहीं पहुंच पाई है। लेकिन अब समृद्धि हाईवे की ओर जाने वाली पाइपलाइन के जरिए ‘सीएनजी’ उपलब्ध होगी। इसलिए पेट्रोल और डीजल के उपयोग पर्यायी ईंधन के रूप में किया जा सकता हैं ? साथ ही सुरक्षा कारणों से हर 20 मीटर पर ‘सीएनजी’ के वॉल्व लगाए जाएंगे।
महाराष्ट्र का महत्वाकांक्षी समृद्धि राजमार्ग नागपुर, वर्धा, यवतमाल, अमरावती, वाशिम, बुलडाणा, औरंगाबाद, जालना, अहमदनगर, नासिक और ठाणे जिलों से होकर गुजरेगी। औरंगाबाद, नागपुर, ठाणे, नासिक और अहमदनगर के अलावा कोई ‘सीएनजी’ योजना शुरू नहीं की गई है। फ़िलहाल नागपुर जैसी जगहों पर मुंबई, पुणे से टैंकर से ‘सीएनजी’ ले जाया जाता है।इसलिए मुंबई – पुणे के वनस्पत डेढ़ गुणा महंगी है। गैस पाइपलाइन से आपूर्ति की जाने वाली ‘सीएनजी’ काफी सस्ती होगी,नागपुर जैसे जिले के लिए ‘सीएनजी’ गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए टेंडर भी जारी हो चूका हैं। सम्बंधित जिलों में पाइपलाइन बिछ जाने से समय और धन दोनों की बचत होगी।
समृद्धि राजमार्ग के किनारे बिछाई जा रही पाइपलाइन में 16 एमएमएससीएमडी गैस ले जाने की क्षमता है। फिलहाल 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है और बाकी 40 फीसदी काम अगले चार से पांच महीने में पूरा कर लिया जाएगा. सम्बंधित अधिकारी ने बताया कि उसके बाद शहर और जिले के नागरिकों को ‘सीएनजी’ उपलब्ध होगी। याद रहे कि गेल एक ऐसी कंपनी है जो पूरे देश में गैस पाइपलाइनों का संचालन करती है।