Published On : Tue, Dec 7th, 2021
By Nagpur Today Nagpur News

कोयला खदान अधिकारियों की मौन सहमति से हो रही है कोयला की तस्करी

नागपूर– कोल इंडिया लिमिटेड की सभी अनुसांगिक सभी सातों कोल कंपनियों सहित वेस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड (वेकोलि)कोयला खदानों की कोल स्टाक यार्डों हर दिन दर्जनों ट्रक-ट्रैक्टर व पिकअप में भरकर अवैध कोयला की तस्करी और स्मगलिंग चरम पर है.नतीजतन (Illegal Coal) लोडेड वाहनों पर वेकोलि के प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस नहीं करते कार्रवाई

वेकोलि के मुख्य प्रबंध निदेशक(CMD) और क्षेत्रीय महाप्रबंधकों चाहे लाख दावा कर ले, लेकिन कोयले की अवैध परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसका उदाहरण बल्लारपुर वनी एरिया,वनीनार्थ चंद्रपुर एरिया महाकाली एरिया सास्ती घुग्गुस राजुरा और उमरेड एरिया सावनेर तथा छिंदवाडा जिले की पेंच एरिया व कन्हान एरिया की खदानो की स्टाक यार्डों से धडल्ले से कोयला की तस्करी व स्मगलिंग शुरु हैl वेकोलि की वैतुल जिले की पाथाखेडा कोयला खदान मे सुरक्षा अधिकारियों की देखरेख मे अवैध उत्खनन और तस्करी जोरों पर जारी है lउसी प्रकार साऊथ इस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड विलासपुर छत्तीसगढ की कोयला यार्डों मे जेसीबी व लोडर के माध्यम से ट्रक टिप्परों मे भर भरकर कोयला की स्मगलिंग जमकर हो रही हैl SECL की चिरमिटी कोयला खदान से उत्पादित 20%कोयला स्मगलिंग के माध्यम से करोडों की हेराफेरी मे लिप्त है!इसी तरह ऊडीसा स्थित महानदी कोलफिल्ड्स लिमिटेड की गेबरा आवारी और कुसुमुण्डा कोयला खदान यार्डों से भारी मात्रा मे यह गोरख धंधा शुरु है lइतना ही नही झारखंड की लरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर क्षेत्र के लोधीडांड़ व धाजागीर में कोयला स्मगलिंग का धंधा देखने को मिल जाएगा।

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प्रतिदिन दर्जनों ट्रक, ट्रैक्टर व पिकअप में अवैध कोयला लोड कर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सीधे डिपो व ईंट-भट्टों में पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कोल तस्कर बेधड़क अवैध कोयला निकाल कर सीधे डिपो व भट्टों में भेज रहे हैं।

राजस्व विभाग को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। कोयला के अवैध कारोबार (Illegal Coal Business) में कुछ रसूखदारों के भी नाम सामने आ रहे हैं। कोयला का अवैध कारोबार वर्षों से संचालित है।

इसकी जानकारी राजस्व व माइनिंग विभाग को भी है, लेकिन इस पर रोक लगाने सार्थक पहल नहीं की गई। कार्रवाई के नाम पर कभी-कभी गरीब तबके के साइकिल सवार ग्रामीणों से कोयले को जब्त कर लिया जाता है।

कोयला का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है। इस कारोबार में एक्सीवेटर मशीन के अलावा अधिकांश पहाड़ी कोरवा, पंडो जनजाति एवं आदिवासी युवाओं से अवैध खनन कराया जाता है। कोयला तस्करों की माइनिंग एवं राजस्व विभाग में मजबूत पैठ है इसलिए इनका अवैध कारोबार कभी प्रभावित नहीं होता।

इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि कोयला के अवैध उत्खनन के बारे में माइनिंग, राजस्व विभाग सहित संभाग के उच्चाधिकारियों को भी मालूम है।

पूर्व में कई बार शिकायत की गई लेकिन उच्चधिकारियों द्वारा मामले में गंभीरता नही दिखाने से अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसी कारण कोल तस्कर सक्रिय होकर अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं।

यहां धड़ल्ले से हो रहा कोयले का अवैध खनन व परिवहन, तस्करों को मिली अधिकारियों की मौन सहमति ग्रामीणों को बंधीवंधाई महिने की देन रुपया-चंदा जो मिलता हैl ग्रामीणों के अनुसार लोधीडांड़ व धाजागीर में अवैध कोयला खनन में लगे श्रमिकों ने बताया कि उन्हें खदान से कोयला खोदकर एक ट्रक कोयला लोड़ करने का 30 से 35 हजार रुपए, 407 वाहन में कोयला लोड करने का 8 से व 10 हजार, एक पिकअप व ट्रैक्टर में 4 से 5 हजार रुपए ही मिलता है। जबकि यही कोयला बाजार में एक ट्रक 80 से 90 हजार रुपए में बिकता है।

दिखाबे के लिए जांच व कार्रवाई
हालकि संबंधित अधिकारियों द्वारा दिखाने के लिए कोयले का अवैध खनन और स्मगलिंग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी का मात्र अश्वासन दिया जाता है कि जल्द मौके पर जांच कर कार्रवाई कर ।

जो काम खनिज और पुलिस विभाग को करना चाहिए उसे गत दिनों गांव के लोग, UP के 3 ट्रकों को पकड़ा था जो काम खनिज और पुलिस विभाग को करना चाहिए उसे गांव के लोग ने, UP के 3 ट्रकों को पकड़ा था l बताते है कि कोयला स्मगलरों की ऊंची पंहुच होने के कारण उनका कोई क्या बिगाड सकता है? गोपनीय सूत्रों की माने तो इस कार्य को अंजाम देने मे संबंधित परिक्षेत्र के जनपद सदस्यों,जिला पंचायत समिती सदस्यों तथा विधायकों और खुंखार गुण्डे मवालियों की जमकर चांदी है?

कोयला स्मगलरों की रोज रात रंगीली
जानकार सूत्रों की माने तो सडक किनारे चल रहे होटलों, ढाबों तथा गार्डन बीयर बारों मे कोयला तस्करों की तरह से जमकर रंग रंगीली पार्टियां होती रहती हैं,जिसमे कोयला कंपनियों के सुरक्षा कर्मियों एवं कनिष्ठ अधिकारियों और वीआईपी गुण्डे बदमाशों का जमावाडा देखा और पकडा जा सकता है? अनेक मर्तबा अवैध कोयला तस्करी की कमाई से प्राप्त रुपये धन के बटवारे को लेकर आपसे मे तू तू मैं मैं छीना झपटी और मारपीट की घटनाएं होती रहती हैंl

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