नागपुर– अगर दुसरो की मदद करने का जज्बा हो तो कोई भी चीज नामुमकिन नहीं है. इस कोरोना के संक्रमण में भले ही आपके पास ज्यादा संसाधन न हो, लेकिन अगर किसी की मदद करने की किसी ने ठानी तो निश्चित ही उसे सफलता मिलती है. ऐसी ही नागपुर की रहनेवाली 17 साल की संजली लड्डा (SANJALI LADDA) जो धरमपेठ में रहती है. उन्होंने 10 दिनों तक 185 ( BROWNIES ) केक्स बेचे और इसमें से जमा हुए 82,000 रुपए से उन्होंने रामदासपेठ स्थित (JEEVAN SURAKSHA CHARITABLE TRUST) जीवन सुरक्षा चैरिटेबल ट्रस्ट को 4 मोल्डिंग व्हील चेयर (MOULDED WHEEL CHAIR) और 1 कार्डियक मॉनिटर (CARDIAC MONITOR) DONATE किए है. जीवन सुरक्षा एक ओल्डएज होम और रिहैबिलिटेशन सेंटर भी है.
जहां बुजुर्ग लोगों को रखा जाता और उनकी सेवा की जाती है. लॉकडाउन के बाद से ही संजली ने सोचा था की वे इस महामारी में पुलिस या फिर अन्य जो कोरोना से लड़ रहे है, उनकी मदद करेगी, लेकिन फिर उन्होंने तय किया की वे (JEEVAN SURAKSHA CHARITABLE TRUST) जीवन सुरक्षा चैरिटेबल ट्रस्ट की मदद करेगी. क्योंकि यहां पर कई ऐसे बुजुर्ग भी है, जिनको मदद की और संसाधनो की काफी जरूरत है. इस दौरान SANJALI ने अपनी इस मुहीम ( MISSION ) को ” CO WITH CARE ” का नाम दिया था. इस सराहनीय कदम में SANJALI के पिता गौरव लड्डा (GAURAV LADDA) ने भी अपनी बेटी को काफी प्रोत्साहित किया. SANJALI बैंगलोर (BANGLORE) के एक बोर्डिंग स्कूल में 12 की छात्रा है. SANJALI के इस सराहनीय कदम से कई युवाओ और लोगों को भी गरीबों और जरुरतमंदो की मदद करने की प्रेरणा मिलेगी. SANJALI के इस काम के बाद कई जगहों पर उसकी प्रशंसा भी की जा रही है. जो लाजमी है.
‘ नागपुर टुडे ‘ (NAGPUR TODAY) से बात करते हुए SANJALI ने बताया की उन्हें इस काम को करने के लिए खुद से ही प्रेरणा मिली. उन्हें बेकिंग काफी पसंद था और उन्हें इसका शौक था. इसलिए कुछ अच्छा करने की इच्छा लेकर 10 दिनों तक 185 (BROWNIES) बॉक्स केक्स बनाकर बेचे. इससे जो भी पैसे आए, उससे (JEEVAN SURAKSHA CHARITABLE TRUST) की मदद की.
इस समय संजली के पिता गौरव लड्डा ( GAURAV LADDA ) ने बताया की उन्हें जब SANJALI ने बताया की BROWNIES बनाकर और उसे बेचकर, इस ट्रस्ट को कुछ जरुरी सामान खरीदकर देंगी. तो उन्होंने इस काम के लिए SANJALI को काफी प्रोत्साहित किया.
इस समय जीवन सुरक्षा चैरिटेबल ट्रस्ट ( JEEVAN SURAKSHA CHARITABLE TRUST ) के डॉ.श्याम लड्डा (DR. SHYAM LADDA) ने जानकारी देते हुए बताया की यहां करीब 30 बुजुर्ग है और इनमें सबकी उम्र 60 से ज्यादा है, कुछ ऐसे भी है, जिनकी उम्र 98 है. उन्होंने कहा की यहां रहनेवाले सभी बुजुर्ग पे नहीं कर पाते, कुछ लोग देते है और कुछ लोग नहीं देने की स्थिति में होते है. ऐसे में डोनेशन के माध्यम से इनकी सेवा की जाती है. उन्होंने इस काम के लिए SANJALI का धन्यवाद भी किया.