नागपुर: मनपा में विभिन्न समितियां कार्यरत हैं. इनमें महिला व बाल कल्याण समिति का विशेष महत्व है. आज मनपा मुख्यालय में इस समिति की पहली बैठक हुई, जिसमें महिला, विकलांग, बेघर व असहाय वृद्ध तबके के उत्थान हेतु अहम निर्णय लिए गए एवं प्रशासन को सकारात्मक सुझाव दिए गए. जिसकी पूर्ति में ढिलाई पर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया. उक्त जानकारी समिति सभापति प्रगति पाटिल ने दी.
सभापति पाटिल व समिति सदस्या दिव्या धुरडे ने जानकारी दी कि प्रत्येक वर्ष मनपा बजट में महिला व बाल कल्याण के लिए जितनी राशि का प्रावधान किया जाता है, उसका आधा भी खर्च नहीं किया जाता है. प्रावधान की गई राशि का सकारात्मक कार्यों के लिए पूर्ण खर्च किया गया तो समिति-विभाग व मनपा के उद्देश्यपूर्ति हो सकती है.
पिछले आर्थिक वर्ष में पेश किए गए बजट में इस विभाग के लिए ११.६५ करोड़ का प्रावधान किया गया था. इसमें अपंग कल्याण के लिए ६ करोड़ की निधि का समावेश था. लेकिन कुल बजट का मात्र ४.३१ करोड़ ही खर्च हो पाया. साथ ही अबतक विभाग की लचर कार्यप्रणाली के कारण आम लाभार्थियों और जरूरतमंदों तक विभाग पहुँच से दूर रह गया.
– शहर के विकलांगों का सर्वेक्षण वर्ष २०१५ में मात्र ७००० लोगों का हुआ था. इन्हें आजतक प्रमाणपत्र नहीं दिया गया. इस बार किसी एनजीओ के माध्यम से पुनः सर्वे व बाद में उन्हें वक़्त पर प्रमाणपत्र वितरित करने का उद्देश्य है.
– मनपा मुख्यालय में महिला बचत समूह के लिए फ़ूड स्टॉल और ज़ेरॉक्स शुरू करने हेतु प्रयास किया जाएगा. जगह-जगह सेनिट्री नैपकिन का मशीन व डिस्ट्रॉय मशीन लगाने पूर्व जाँच प्रशासन को सलाह दी गई.
– सड़क पर रहने वाले बेघर बच्चों का सर्वे किया जाएगा.
– असहाय वरिष्ठ नागरिकों के लालन-पालन-देखभाल हेतु मनपा के बंद शाला में केंद्र शुरू किए जाएंगे.
– जिन युवती या महिलाओं को किसी कारणवश घर से बेघर कर दिया जाता है, खासकर रात-बे-रात, वैसे युवती व महिलाओं के लिए हॉस्टल के निर्माण की संकल्पना पर गंभीरता से विचार किया गया.
– आगामी बजट में अपंग कल्याण के लिए ६ करोड़ से बढ़ाकर १० करोड़ की निधि के प्रावधान करवाने की सिफारिश की गई.
– अपंगों के नियमित वर्जिश हेतु अत्याधुनिक मशीनों की व्यवस्था साथ में उन्हें रोजगार के अवसर संबंधी प्रकल्प तैयार किया जाएगा. जरूरत पड़ने पर राज्य व केंद्र सरकार से अतिरिक्त निधि प्राप्ति के लिए संघर्ष किया जाएगा.
– मनपा गार्डन विभाग व पंजाबराव कृषि विद्यापीठ के मदद से महिला बचत के महिलाओं को गार्डनिंग का प्रशिक्षित किया जाएगा, जो निजी गार्डन का देखभाल कर आय अर्जित कर सकेंगी.
उक्त पदाधिकारियों ने आगे जानकारी दी कि मनपा के ३०० पंजीकृत महिला बजट समूहों को सक्षम बनाने के अभी से ही प्रशिक्षित किया जाएगा. आगामी १५ अप्रैल से ३० अप्रैल तक ज़ोन स्तर पर महिला बचत समूहों के संग बैठक कर उन्हें सक्षमता हेतु प्रेरित किया जाएगा.