नागपुर: शहर के धंतोली थाने में 29 वर्षीय युवक पर बलात्कार और उनके 62 वर्षीय पिता पर पीड़िता को जान से मारने की शिकायत दर्ज़ हुई है। पीड़ित युवती ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में वर्धा रोड स्थित हिंदुस्तान कॉलोनी में रहने वाले युवक मयूर प्रकाश ताकसांडे और उसके पिता प्रकाश ताकसांडे के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में पीड़िता ने जून 2013 से लेकर मार्च 2017 तक कई बार बलात्कार किये जाने का आरोप लगाया है। पीड़िता के मुताबिक वह मयूर को वर्ष 2004 से जानती है, इसी पहचान का फायदा उठाते हुए युवक ने मार्च 2013 में पीड़िता को जून 2013 में अपने घर बुलाया।
जहाँ उसे उसके साथ जबरजस्ती की इसी दौरान युवक ने विडिओ भी बनाया। युवक ने चार -पांच दिन बात जब उसे यह विडिओ दिखाया तो उसके होश उड़ गए। यह विडिओ दिखाने के बाद उसने पीड़िता से शादी करने का भरोसा जताया। पीड़िता का कहना है की मयूर ने इस विडिओ को आधार बनाकर उसके साथ लगातार जबरजस्ती करते रहा। जब उसने इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाई तो उसके परिजनों,रिश्तेदारों और सोशल मीडिया में विडिओ सार्वजनिक करने की धमकी भी दी।
वर्ष 2003 में मयूर नौकरी के सिलसिले में बैंगलोर चला गया लेकिन उसने वहाँ से भी उसका पीछा नहीं छोड़ा। वह लगातार उसे फोन करते रहा इसी बीच उनसे कई दफ़ा उससे पैसे की माँग भी की बदनामी के डर से पीड़िता ने उसे कई बार पैसे भी दिए। इसी बीच युवक ने पीड़िता को बैंगलोर भी बुलाया और वहाँ भी उसके साथ उसकी मर्जी के खिलाफ जबरन संभोग किया। युवक ने फिर एक बार पीड़िता को शादी करने का भरोषा दिया लेकिन बारबार मुकरता रहा। बैंगलोर में ही पीड़िता ने एक दिन मौका पाकर मयूर के पास रखी अपनी क्लिप को हासिल कर मार्च 2015 में नागपुर वापस लौट आयी। उसने मयूर के घर जाकर उसके बेटे की करतूत उसके माता पिता को बताई लेकिन दोनों ने अपने बेटे का ही साथ दिया। उन्होंने पीड़िता को मुँह बंद रखने की सलाह देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी।
पीड़िता का कहना है की वह बदनामी के डर से अब तक चुप रही। लेकिन इसी वर्ष मार्च के महीने में नागपुर आये मयूर ने उससे फिर संपर्क किया। उसने पीड़िता को उसका विडिओ वापस देने का वादा किया। इस बार भी उसने उसके साथ संभोग किया लेकिन विडिओ की मास्टरकॉपी उसे नहीं दी। परेशान पीड़िता ने 12 अगस्त 2017 को ज़हर पीकर आत्महत्या का प्रयास भी किया। पीड़िता का कहना है की वह बदनामी के डर से अब तक चुप रही। अब जाकर उसने उसके ख़िलाफ़ इतने समय तक हुए अत्याचार के ख़िलाफ़ आवाज उठाने की हिम्मत आई है। उसने आरोपियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की माँग की है।