गोंदिया। पतसंस्था के अध्यक्ष पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाकर चल-अचल सम्पत्ति की नीलाम करवाकर पैसे वसूलने की धमकी देकर रिश्वत की माँग करने वाले एक प्रथम श्रेणी व एक सहायक निबंधक को एसीबी की टीम ने आज धर दबोचा. इस कार्यवाही के बाद दोनों की हवाएँ उड़ी हुई हैं, वहीं अन्य अधिकारी स्तब्ध हैं.
फरियादी नगरपालिका व परिषद सेवकों की पतसंस्था मर्यादित, गोंदिया, रजिस्टर क्र. 104 के अध्यक्ष हैं. पतसंस्था का सन् 2012-13 वित्तीय वर्ष के ऑडिट के प्रस्ताव पर गोंदिया जिले के सहायक निबंधक राजेन्द्र वाघे ने फरियादी से पद का दुरुपयोग कर अतिरिक्त खर्च करने के कारण उक्त पतसंस्था बर्खास्त कर पतसंस्था पर प्रथम श्रेणी के सहकार अधिकारी यू.एम. हलमारे व सहायक निबंधक सहकारी संस्था, तालुका गोंदिया के प्राधिकृत अधिकारी के रूप में नियुक्ति की व फरियादी को अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर पतसंस्था का 1,49,000 का खर्च किया. उस खर्च का 32,283 रु. ब्याज मिलाकर 1,81,283 रु. फरियादी से वसूल करने के लिए नोटिस दिया. फरियादी ने नोटिस के उत्तर देते हुए दस्तावेज प्रस्तुत कर उसमें किसी प्रकार की वित्तीय अनियमितता नहीं किए जाने व खर्च पतसंस्थे के नियमानुसार करने की बात कही. फरियादी ने उक्त मामले के सम्बन्ध में अधिकारीद्वय हलमारे व राजेन्द्र वाघे से मुलाकात की. दोनों अधिकारियों ने फरियादी पर फौजदारी मामला दर्ज करने व उसके चल-अचल सम्पत्ति की नीलामी कर पैसे वसूलने की बात कहकर पहले धमकायी. और फिर इस असुविधा से बचने और पक्ष में प्रस्ताव भेजने के लिए 50 हजार की रिश्वत माँगी. दोनों अधिकारियों ने तत्काल 20 हजार देने तथा बकाया 30 हजार की रकम 8 दिनों के भीतर अदा करने की बात कही. इस बेहद गंभीर मामले से भयभीत फरियादी ने 12 दिसम्बर को गोंदिया की एसीबी में शिकायत दर्ज करवा दी. उक्त शिकायत के आधार पर गोंदिया की पूरी यूनिट 16 दिसम्बर को जाल बिछायी और दोनों आरोपियों राजेन्द्र लक्ष्मण वाघे व उदाराम मोतीराम हलमारे को फरियादी से 20 हजार बतौर रिश्वत लेते रंगेहाथों दबोच लिया. गोंदिया पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम 1988 के अंतर्गत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है.
इस कार्यवाही में पुलिस उपअधीक्षक दिनकर ठोसरे, पुलिस निरीक्षक प्रमोद घोंगे, पुलिस निरीक्षक शिवचरण पेठे, सहा. फौ. दिवाकर भदाड़े, हवलदार गोपाल गिर्हेपुंजे, नापोशि राजेश शेंद्रे, शेखर खोब्रागड़े, योगेश उईके, चालक देवानन्द मारबते व सिपाही तनुजा मेश्राम के साथ पूरी टीम ने की. इस कार्यवाही के बाद एसीबी, नागपुर परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक प्रकाश जाधव की ओर से आह्वान किया गया कि जिस किसी अधिकारी द्वारा रिश्वत की माँग की जाती है तो उसकी शिकायत टोल फ्री नं. 1064 पर की जा सकती है.