नागपुर – आज वेदप्रकाश आर्य व कमलेश चौधरी के नेतृत्व में निजी अस्पतालों की मनमानी और कंट्रोल रूम की लापरवाही हेतु नागपुर महानगरपालिका के अति आयुक्त जलज शर्मा को निवेदन दिया।
नागपुर महानगरपालिका के इंदिरा गांधी रुग्णालय, उत्तर अम्बाझरी रोड, सदर, पांचपावली, इमाम वाडा, के टी नगर के 450 बिस्तर वाले ऑक्सीजन सहित अस्पताल शुरू करने और नागपुर महानगरपालिका के कंट्रोल रूम के फ़ोन हमेशा बन्द रहते है।उसकी शिकायत की और उन्हें बताया कि आज नागपुर सिटीजन फोरम ने मनपा कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया तो वंहा पर फ़ोन उत्तार कर रख दिये थे।इसके कारण हमेशा फ़ोन 2-3घंटे तक नही लगता है। इससे कई दिनों से कोरोना मरीजो को परेशानी हो रही है
कोरोना मरीजोंको महात्मा फुले आरोग्य, आयुष्मान भारत योजना का लाभ नही मिल रहा है कंट्रोल रूम से निजी अस्पताल की क्या स्तिथि है उसकी जानकारी नही मिल रही है कि उनके पास कितने बिस्तर 80% और 20% खाली है। प्रशासन पूरी तरह चर मरा गया है और प्रशासन से स्तिथि नियंत्रण से बाहर हो गयी है।
नागपुर सिटिज़न फोरम ने सुझाव दिए कि
1) प्रत्येक अस्पताल में कोरोना आरोग्य मित्र बैठाना चाहिए जो प्रत्येक घंटे में अस्पताल में कितने बिस्तर खाली है उसकी जानकारी कंट्रोल रूम को देगा जिससे कोरोना मरीज की अस्पताल में centralised भर्ती हो सकेगी,जिससे मरीज को हॉस्पिटल ढूंढने से समय बच जाएगा।
2) कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती होते समय उसके रिश्तेदारों को सरकार ने जो इलाज के रेट तय किये है उसकी यादी देनी चाहिए
3)कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती होते समय 50 हजार से ज्यादा रुपये नही मांगना चाहिए, उसे कम से कम 48 घंटे जा समय देना चाहिए।
4)अगर निजी अस्पताल इन्शुरन्स और सरकारी योजना का पालन नही करता है उसकी शिकायत संबंधित विभाग में करनी चाहिए।
5) एम्बुलेन्स के रेट तय करके समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाए।
अति आयुक्त ने नागपुर सिटिज़न फोरम को बताया कि हमारे पास स्टाफ की कमी है अगर सामाजिक संस्थाएं निस्वार्थ भावना से निजी अस्पताल में coordinator की तरह सेवाएं देने को तैयार है तो हम उनकी सेवाएं लेने को तैयार है और मनपा के 5 हॉस्पिटल 4 दिनों के भीतर शुरू किए जाएंगे।कंट्रोल रूम की भी वे स्वयं जांच करेंगे।