नागपुर. सीमा पर वीर जवानों के कारण देश सुरक्षित है. सीमा पर लड़ने वाले जवानों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के देश के लिए बलिदान और त्याग को हम भूल नहीं सकेंगे. यह प्रतिपादन केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया. शुक्रवार को परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेन्द्र सिंह और गडकरी के हाथों वंदे मातरम् उद्यान का भूमिपूजन किया गया. महापौर दयाशंकर तिवारी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, स्थायी समिति सभापति प्रकाश भोयर, प्रवीण दटके, विधायक चंद्रशेखर बावनकुले, सत्तापक्ष नेता अविनाश ठाकरे, संजय बालपांडे उपस्थित थे.
गडकरी ने कहा कि उद्यान के कारण इस क्षेत्र के लोगों को प्राण वायु मिलेगी. घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में बगीचे की आवश्यकता थी. कारगिल युद्ध की घटना को याद कर कैप्टन यादव ने कहा कि साथियों का बलिदान इन्हीं आंखों से देखा है. गोलियां खाने के बाद भी केवल देश और साथियों की सुरक्षा का ध्यान रहा. मां भारती की सुरक्षा के लिए लड़ने का जो संकल्प किया उसे कारगिल युद्ध में पूरा किया.
वंदे मातरम् उद्यान एक पावन धाम
कैप्टन यादव ने कहा कि देश के 21 परमवीर चक्र विजेताओं को समर्पित वंदे मातरम् उद्यान एक पावन धाम है. कार्यक्रम के दौरान कारगिल युद्ध की यादों को उजागर करते ही परिसर में वंदे मातरम्, भारत माता की जय के नारे लगने लगे. गडकरी ने कहा कि बगीचे से ज्येष्ठ, बच्चे, महिला और युवाओं को प्रेरणा मिलेगी. इस तरह के परिसर में देश प्रेम से सराबोर उद्यान साकार करना काफी सराहनीय है.
उद्यान के कारण युवाओं में देश प्रेम तो जागेगा ही, साथ ही बच्चों को खेलने की जगह भी उपलब्ध होगी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि विपरीत स्थिति में भी देश की सुरक्षा से समझौता न कर केवल संघर्ष करना, देश की सुरक्षा के लिए आहुति देने की भावना का जतन करने वाले परमवीर चक्र विजेता यादव के हाथों उद्यान का भूमिपूजन होना अनोखी उपलब्धि है.
देश का एकमात्र उद्यान
महापौर दयाशंकर तिवारी ने कहा कि वंदे मातरम् उद्यान में 21 परमवीर चक्र विजेताओं के ग्लास फाइबर पर म्यूरल होंगे. साथ ही प्रत्येक की जीवनी उस पर उकेरी जाएगी. इसके अलावा जिन युद्धों में उन्होंने शूरता दिखाई, उस युद्ध भूमि का चित्रांकन भी सिरैमिक के म्यूरल के पीछे लगाया जाएगा. परिसर में युद्ध के लिए उपयोग में लाए टैंक, एक मिग हवाई जहाज, एक तोप सभी वार ट्राफी के रूप में रखा जाएगा.
जिले के शहीदों के नाम उकेरे 250 सीटों की क्षमता का एम्फी थिएटर तैयार किया जा रहा है. उद्यान के प्रवेश द्वार को इंडिया गेट के रूप में साकार किया जा रहा है. सम्पूर्ण देश में भारतीय सेना को समर्पित वार मेमोरियल दिल्ली में बनाया गया है. जिसके बाद भारतीय सेना को समर्पित स्वायत्त संस्था द्वारा तैयार हो रहा वंदे मातरम् देश का एकमात्र उद्यान होगा.