नागपुर: बीते आठ दिनों से लापता 8 वर्षीय बालक वंश ओमप्रकाश यादव का शव गुरुवार को सोनेगांव तालाब से बरामद हुआ। वंश के शव को बोरे में भरकर तालाब में फेंका गया था। दिल दहला देने वाली इस घटना में वंश का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। वंश को मौत के घाट उतारने वाला 16 वर्षीय नाबालिक उसी का मौसेरा भाई है। पुरानी बस्ती खामला निवासी वंश का बीते महीने की 27 तारीख को अपहरण हो गया था। जिसकी शिकायत प्रतापनगर थाने में दर्ज कराई गई थी।
दूध का व्यवसाय करने वाले ओमप्रकाश अपने परिवार के साथ खामला की पुरानी बस्ती में रहते है। 27 मार्च के दिन सुबह 10 बजे के लगभग ओमप्रकाश दूध बांटने के लिए घर से निकले उनकी पत्नी और वंश की माँ गौरी भी किसी काम से 11 बजे घर से निकल गई। इसी समय वंश घर के सामने ही मनपा के मैदान में खेल रहा था इसी दौरान आरोपी मौसेरा भाई उसके पास पहुँचा और गोबर लाने के लिए उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठकर खामला मार्केट की तरफ गया।
आरोपी ने पुलिस को बताया की गोबर भरते समय दुर्गन्ध से परेशान होकर मृतक ने उसे अश्लील गाली दी। जिससे गुस्सा होकर आरोपी ने उसका गला दबा दिया। इस घटना की वजह से वंश की मृत्यु हो गई। इस घटना से घबराये आरोपी ने वंश के शव को उसी बोरे में भरा और उसे सोनेगांव तालाब में लेजाकर डाल दिया। इसी दिन लगभग साढ़े बारह बजे वंश की बहन वंशिका घर पहुंची। जहाँ उसे वंश का बैग दिखाई दिया लेकिन वंश घर में मौजूद नहीं था। दोपहर एक बजे के दरमियान वंश के माता पिता घर पहुँचे। जिसके बाद वंशिका ने वंश के घर में न होने की जानकारी उन्हें दी। इसके बाद उसकी खोजबीन शुरू हुई लेकिन उसका कही पता नहीं चल पाया। इसघटना के 9 दिनों बाद आज सोनेगांव तालाब से वंश का शव बरामद हुआ। सुबह कुछ लोगो ने पानी में बोरा फेका हुआ दिखाई देने पर पुलिस से संपर्क किया।बोर को पानी से बहार निकालने पर उसमे वंश का शव प्राप्त हुआ।
गाय को बांधने वाली डोरी से हुआ मामला उजागर
तालाब से शव बरामद होने के बाद वहां भीड़ जमा हो गई। इसी दौरान अचानक मृतक की मौसी और मौसा वहाँ पहुँची। बोरे को बाँधी हुई रस्सी को देखकर वंश की मौसी ने बताया की ये डोरी उसके गायों को बांधने वाली है। और बोरा भी हमारा ही है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत ही उनके 16 वर्षीय बेटे को हिरासत में लिए जिससे कड़ाई से पूछताछ की गई जिसमे उसने अपना गुनाह काबुल कर लिया।