कन्हान (नागपुर)। श्री दत्तात्रय जयंती महोत्सव में श्री दत्त महाराज की दिंडी पालखी यात्रा निकालकर कान्द्री नगर में भ्रमन किया गया. शितला माता मंदिर कान्द्री-कन्हान में आगमन होते ही शितला माता मंदिर कमेटी की ओर श्री दत्त पालखी की पूजा अर्चना कर पालखी में सहभागी भाविकों को नाश्ता, चाय, प्रसाद वितरण कर स्वागत किया गया.
भवसागर जीवन नौका मार्ग लगाने वाले त्रिगुणात्मक त्रिमुर्ति श्री दत्तात्रय महाराज जयंती के उपलक्ष में श्री दत्तात्रय जयंती महोत्सव कान्द्री-कन्हान की ओर से 30 नवंबर से 7 दिसंबर तक महोत्सव मनाया गया. इसमें श्रीपद भागवत पाटापन, हरिपाठ, भारुड़, काकड़ा भजन, रामायण पाठ, किर्तन, हरिभजन ऐसे विविध धार्मीक कार्यक्रम आयोजन कर 6 दिसंबर को सुबह 8 बजे श्री दत्त मंदिर कान्द्री से श्री दत्तात्रय महाराज की दिंडी पालखी यात्रा निकाली गयी. पालखी का कान्द्री नगर में जगह-जगह भाविकों की ओर से जंगी स्वागत किया गया. तथा पालखी यात्रा कान्द्री महामार्ग से शितला माता मंदिर कान्द्री-कन्हान आते ही शितला माता मंदिर कमेटी की ओर से पालखी की पूजा अर्चना कर पांडुरंग महाराज पाटणकर आळंदीकर और नथ्थुजी महाराज वझे का स्वागत किया गया.
श्री दत्त पालखी वापस श्री दत्त मंदिर गयी जहाँ पालखी का समापन हुआ. 7 दिसंबर को सुबह 8 से 11:30 बजे श्री दत्तात्रय मूर्ति का अभिषेख और हवन कर दोपहर 12 बजे श्री पांडुरंग महाराज पाटणकर आलंदीकर ने गोपाल काला का किर्तन कर गोपाल काला और महाप्रसाद भाविकों कों वितरण किया गया.
शितला माता मंदिर कमेटी के दिलीप मतधड़े, संजय चौकसे, वामन देशमुख, खेतकार, प्रसाद ढोके, वसंता राउत, हेमा सव्वाशेरे, नरेश शेलखे, राजेश कपूर साखरे, तुकाराम चकोले, प्रकाश हटवार, चंद्रशेखर बावनकुले, रमेश उइके, नरेश बावने आदि भक्तों ने किया. पालखी यात्रा की सफलता के लिए सभी भक्तों ने परिश्रम और सहकार्य किया.