कोराडी – विगत दिनों अलग-अलग स्थानों में दो तेंदुआ की दर्दनाक मौत हो गयी तो तीसरा कोराडी के एशबंधारा के दल दल में फंसा काफी मस्सकत के बाद जिंदा निकलकर भागने में सफल हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 7 सितंबर को पटगोवारी वन परिसर के पास नाले के कीचड मे फंस जाने से तडफ तडफकर दर्दनाक मौत हो गयी.उसके मुंह नाक मे कीचड कीचड धंस जाने से तेंदुआ की दम घुटने से मौत हो गयी।उसी प्रकार गत गुरुवार के तडके देवलापार वन परिक्षेत्र के नैशनल हाईवे 44 जबलपुर नागपुर हाईवे पर अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी।उन दोनों का नागपुर सेमिनरी हिल्स स्थित पशु वैधकीय महाविधालय के मे पोस्ट मार्टम किया गया। वन संरक्षक डा भारतसिंह हाडा,सहायक वन संरक्षक नरेंद्र चांदेवार,वन परिक्षेत्र अधिकारी मौजंद थे।
सूत्रों के मुताबिक कोराडी औष्णिक विज केंद्र परिसर के राख बंड परिसर की कंटेरी झाडियों में छिपा धब्बेदार तेंदुआ भोजन की तलाश में पानी से लबालब भरे राख बांध मे मछलियों का शिकार के लिए उतरा था?उसे मछलियां तो नहीं मिली परंतु वह गीली राख के दल दल में फंसा गया और काफी मस्सकत के बाद वह जिंदा निकलकर भागने में सफल हो गया।विगत सप्ताह यस तेंदुआ कोलार नदी के तट पर घने कंटेरी झाडियों में गुजरते राहगीरों तथा बकरी चराने वालों को दिखा था।