– आल इंडिया सोशल आर्गेनाइजेशन ने सरकार को ज्ञापन सौपा ,अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियाँ असमंजस
नागपुर – थर्मल पावर प्लांटों,एशडैम,तालाब जलाशयों और सडक निर्माण कार्यों में उच्च गुणवत्ता अग्रगण्य निर्माता कंपनी मेसर्सः अभि इंजीनियरिंग कार्पोरेशन प्रा लि को केन्द्र सरकार से गुणवत्ता सम्मान पत्र मिलना चाहिए। आल इंडिया सोसल आर्गेनाइजेशन ने हाल ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय विधुत मंत्रालय,विधुत प्राधिकरण एवं केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्रालय को ज्ञापन सौपा है,
जिसमें सबूत के तौर पर स्पष्ट किया है कि आज से 25 साल पूर्व कोराडी पावर प्लांट के जलाशय की साफ सफाई के लिए विविध कंपनियों से रेट दर भाव की रिपोर्ट बतौर मंगाया गया था। जिसमे गुजरात के अहमदाबाद की एक कंपनी ने ड्रेजिंग तकनीक के जरिए तालाब की साफ सफाई के लिए खर्च रुपये 125 करोड दर्शाया गया था। परंतु विधुत मंडल स्थापत्य निर्मित के तत्कालीन कार्य पालन अभियंता के. राधाकृष्णन ने प्रपोजल विधुत मुख्यालय मुंबई को भेजा गया था।
परंतु निधि के अभाव में प्रपोजल फ़ाईल में कैद कर बनकर रह गया। तालाब साफ सफ़ाई के उसी कार्य की गत सन 2019 मे ई-निविदा आमंत्रित की गई जिसमे ड्रेझर मशीन के जरिए तालाब की साफ सफाई के लिए प्राईस बीट एवं टैक्नीकल बीट के अध्ययन के पश्चात मेसर्स अभि इंजीनियरिंग कार्पोरेशन की निविदा पास कर दी गई। बताते हैं कि निविदा की निर्धारित दर से बहुत कम दर मे अभि इंजीनियरिंग कार्पोरेशन के संचालकों ने राष्ट्र की सेवा के उद्देश्य से यह कार्य अपने हाथों में लिया है। विधुत जलाशय की साफ सफाई के दौरान कचरा और मलबां की साफ़ सफाई करना है परंतु जलाशय में पल रहीं विविध प्रजातियों की मछलियों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। विधुत जलाशय का भौगोलिक क्षेत्र लंबाई 3 किलोमीटर और चौड़ाई आधा किलोमीटर आंकी गई है।
तत्संबंध मे कंपनी मेसर्सःअभि इंजीनियरिंग कार्पोरेशन प्रा लि की भूमिका प्रमुख रुप से सराहनीय रही है। परिणामतः आल इंडिया सोसल आर्गेनाइजेशन ने उपरोक्त कंपनी को केन्द्र सरकार से गुणवत्ता सम्मान पत्र मिलना चाहिए के लिए अनुशंसा की है।
अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियाँ असमंजस में
सडक एशडैम निर्माण करने वाली अन्य कंपनी के समक्ष असमंजस की स्थिति बनी हूई है कि 20 साल पूर्व प्रस्तावित पुराने ईस्टीमेट दर्ज की तुलना मे आधे से भी कम दर मे निर्माण कार्यों का ठेका ग्रहण करने वाली कंपनी मेसर्सःअभि इंजीनियरिंग कार्पोरेशन प्रा लि घाटे के गर्त मे दिवालिया हो सकती हैं। वर्तमान परिवेश में आसमान छूती मंहगाई और न्यूनतम मजदूरी के मद्देनजर यह कंपनी सड़क,ब्रिज,पुलों तालाब तथा एशडैम का निर्माण मे उच्च गुणवत्ता युक्त कार्य को अंजाम दे रही है। अपने पास का धन कोई भी कंपनियां खर्च नहीं कर सकती है।लोगों ने तो इतना तक कह दिया है कि उपरोक्त कंपनी के पास इतने कम दर मे निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त धन आया कंहा से है।कंपनियों मे असमंजस की स्थिति उत्पन्न होने लगी है।