नागपुर : केंद्र सरकार की और से 500 और 1000 रुपए के नोटबंदी के कारण आम आदमी से लेकर व्यवसायी तक सभी परेशान हुए। एटीएम और बैंकों के बाहर घंटों लोग कतारों में खड़े दिखायी दे रहे थे। नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर उद्यमियों पर हुआ। हर वर्ष अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही में महल स्थित खादी ग्रामोद्योग भवन में 30 से 40 लाख रुपए की खरीददारी ग्राहकों की और से की जाती थी। लेकिन इस बार केवल 10 से 15 लाख रुपए का ही व्यवसाय खादी ग्रामोद्योग भवन को मिल पाया।
नवंबर-दिसंबर माह में ज्यादा से ज्यादा खरीददारी ग्राहकों की और से एटीएम से की गयी। इस बार नोटबंदी का असर राष्ट्रीय ध्वज की खरीददारी पर भी दिख सकता है। पिछले वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर खादी ग्रामोद्योग भवन से डेढ़ लाख रुपए के तिरंगे झंडे की बिक्री हुयी थी। लेकिन खादी की बिक्री प्रभावित होने से राष्ट्रीय ध्वज की खरीददारी प्रभावित होने की आशंका खादी ग्रामोद्योग भवन के संचालकों को हो रही है। फिर भी उन्हें उम्मीद है कि गत साल की ही तरह इस साल भी गणतंत्र दिवस पर डेढ़ लाख रुपए के आसपास के ध्वज जरुर बिक जाएंगे।