मुंबई: बीएमसी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने चुनाव नतीजों के बाद कहा कि हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी जीत से साफ जाहिर है कि जनता के बीच मोदी का जादू बरकरार है। उन्होंने कहा कि लोगों ने पारदर्शिता पर विश्वास किया है। किसी को भी बहुमत ना मिलने पर फड़नवीस ने कहा कि गठबंधन पर फैसला कोर कमैटी करेगी, वो इस बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते।
बीएमसी की 227 सीटों पर हुए चुनाव में 84 सीटें शिवसेना, भाजपा ने 81, कांग्रेस ने 31, अन्य ने 14, एनसीपी ने नौ और एमएनएस ने सात सीटें जीतीं हैं। चुनाव नतीजे आने के बाद किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाया है। बीएमसी पोल 2017 नतीजों में शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है तो वहीं भाजपा भी उससे सिर्फ तीन सीटें ही उससे पीछे हैं। बीएमसी की चाभी उसी के हाथ लगेगी जिसके पास कुल 114 सीटें होंगी। 25 साल लंबा गठबंधन टूटने के बाद पहली बार शिवसेना और भाजपा अलग-अलग चुनाव मैदान में थे। इस चुनाव को एक तरफ उद्धव ठाकरे ने तो दूसरी ओर देवेंद्र फड़नवीस ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया हुआ था।
बीजेपी की सीटें दोगुनी से भी ज्यादा
पिछले चुनाव में कुल 31 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने इस बार 81 सीटें जीती हैं। यानी 50 सीटों का अंतर साफ दिख रहा है। विकास और बदलाव के मुद्दे पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी के लिए एक तरह से खुद को साबित करने का यह आखिरी मौका था। 2014 में राज्य के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी के लिए बीएमसी चुनाव में अपना प्रतिनिधित्व बढ़ाना बड़ी चुनौती थी। शिवसेना ने पिछले चुनाव में 75 सीटें जीती थीं, इस बार उसे 9 सीटों का फायदा हुआ है।