– मनपा में विधि समिति सभापति अधिवक्ता धर्मपाल मेश्राम का संगीन आरोप
नागपुर : मनपा में विधि समिति सभापति अधिवक्ता धर्मपाल मेश्राम का संगीन आरोप लगाया कि मनापायुक्त तुकाराम मुंढे ने अपने परिचित व परिजनों को अपना दबाव बनाते हुए गैरकानूनी ढंग से 2.80 करोड़ रुपये के कुछ ठेके दिए।
उन्होंने बताया कि नानासाहेब और अर्चना जाधव की कंपनी को फ़ाइल मैनेजमेंट और मोबाइल एप्प ग्रीवेंसेस आदि के कामों का ठेका कोटेशन मार्फत दिए। इन्हें काम देने के लिए 2 फर्जी कंपनी का कोटेशन भी प्रस्तुत करवाया गया था। कचरा संकलन करने वाली कंपनी ‘एजी’ और ‘बीवीजी’ समूह से कुछ काम क्रमशः 6 लाख व 7.2 लाख का काम उक्त कंपनी को दिलवाए।
मेश्राम ने आगे बताया कि नाशिक मनपा में आईटी सेल का प्रमुख प्रशांत मगर जो बाद में नौकरी छोड़ दिया,उसे स्मार्ट सिटी की बैठकों में उपस्थित रख कंपनी की गोपनीय जानकारी से रु-ब-रु करवाए और इन्हें स्मार्ट सिटी अंतर्गत काम करने वाली कंपनी ‘एल एंड टी’ से जबरन 2.57 करोड़ रुपये का काम दिलवाकर भ्रस्टाचार किया। यह भी जानकारी दी कि जाधव दम्पत्ति मनापायुक्त के रिश्तेदार भी हैं।
मेश्राम ने राज्य सरकार और राज्य के मुख्य सचिव से उक्त मामलों की सूक्ष्म जांच कर दोषी मनापायुक्त पर कड़क कार्रवाई करने की गुजारिश की।