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नागपुर: कुछ वर्ष पहले सीमेंट सड़क के निर्माण का नागपुर शहर में सिलसिला शुरू हुआ. संबंधित ठेकेदारों ने इच्छानुसार ठेके भी हथिया लिये लेकिन कामों में गुणवत्ता और समय सीमा में निर्माण कार्य निपटाने के मामले में फिसड्डी साबित हो रहे हैं. जिस पर नकेल कसने के बजाय मनपा प्रशासन सह सत्तापक्ष लगातार नजरअंदाज किए जाने से आसपास के रहवासी,जिस मार्ग पर सीमेंट सड़क का निर्माण हो रहा उससे बाधित होने वाले दुकानदार,ग्राहक वर्ग और आवाजाही करने वाले अड़चन में आ गए। ऐसा ही कुछ अलाम है. लक्ष्मी भवन चौक से शंकर नगर चौक तक बाएं तरफ निर्माण हो रही सीमेंट सड़क का.
नागपुर टुडे ने आज उक्त मार्ग का जायजा लिया और उक्त सभी त्रस्त नागरिक,आवाजाही करने वाले, दुकानदार और उसके ग्राहकों से चर्चा की. अमूमन सभी की संयुक्त जानकारी के अनुसार उक्त निर्माण कार्य २० मई २०१८ से शुरू हुआ, निर्माण कार्य शुरू हुए ३ माह से अधिक हो चुका है लेकिन एक साइड का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया. जबकि दूसरे हिस्से का निर्माण कार्य बाकी है.
मनपा के संबंधित विभाग से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि मुख्य ठेकेदार मुंबई की कंपनी ने ली और निर्माण कार्य का ठेका स्थानीय पेटी कॉन्ट्रैक्टर को थमा दिया. अनुभवहीनता और अक्षमता के कारण पेटी कॉन्ट्रैक्टर काफी धीमी गति से निर्माणकार्य कर रहा हैं क्यूंकि ठेकेदार को सफेदपोश का समर्थन हासिल है इसलिए वे बेखौफ मनमानी कर रहे हैं. विभाग के पास हाथ पर हाथ धरे बैठने के शिवाय कोई चारा शेष नहीं बचा.
वहीं दुकानदारों का मानना है कि त्योहारों का मौसम निकट आता जा रहा है. कछुआ गति से जारी निर्माण कार्य से लगभग २५० दुकानदारों को अबतक करोड़ों का नुक़सान हो चुका है और त्योहारों में अड़चनें यथावत रही तो बाजार का नुक़सान कई गुणा बढ़ सकता है.
साथ ही ग्राहकों को अपने पसंदीदा दुकानों के बजाय अन्यत्र खरीदी करने की नौबत अान पड़ेगी. इसलिए दुकानदारों सह स्थानीय नागरिकों ने मनपा आयुक्त से मांग की है कि वे उक्त निर्माणधीन सड़क का मुआयना कर मुख्य ठेकेदार को त्योहारों के मद्देनजर उचित निर्देश दें ताकि सभी अड़चन ग्रस्तो को राहत मिल सके.