जी-20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित करने के लिए महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रिपब्लिक ऑफ इंडिया का नहीं बल्कि रिपब्लिक ऑफ भारत शब्द का उपयोग किया है। जी20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने इस डिनर के लिए जी20 के मेहमानों को आमंत्रित किया गया है जिसमें ये बदलाव हुआ है।
बता दें कि राष्ट्रपति भवन में 9 सितंबर को इस डिनर का आयोजन किया जाना है। इसे डिनर के निमंत्रण में आमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा गया है जबकि इससे पहले तक ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ लिखे जाने का प्रावधान था।
इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ये खबर वाकई में सच है। राष्ट्रपति भवन ने नौ सितंबर को जी20 सम्मेलन के डिनर के लिए सामान्य ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ की तरफ से निमंत्रण भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अब संविधान में अनुच्छेद 1 हो सता है, भारत जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा। मगर अब इस राज्यों के संघ पर भी हमला हो रहा है।
मोहन भागवत ने की थी अपील
बता दें कि हाल ही में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि देश को इंडिया नहीं बल्कि भारत कहा जाना चाहिए। उन्होंने इंडिया को भारत कहने की अपील की थी। ये बात संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक सितंबर को गुवाहाटी में आयोजित हुए एक कार्यक्रम के दौरान कही थी। संघ प्रमुख द्वारा की गई इस अपील के बाद जब जी20 सम्मेलन में शामिल होने वाले मेहमानों को न्यौता देने की बारी आई तो निमंत्रण में इस तरह का बदलाव किया गया है। ये निमंत्रण ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ ने भेजा है।
INDIA शब्द चर्चा में
गौरतलब है कि मोदी सरकार के खिलाफ कई विपक्षी पार्टियों ने मिलकर गठबंधन का ऐलान किया है। गठबंधन के इस समूह का नाम ‘I.N.D.I.A’ रखा गया है। विपक्ष के गठबंधन के नाम के ऐलान के बाद से ही ‘I.N.D.I.A’ शब्द लगातार चर्चा में बना हुआ है।