नागपुर – मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कई समारोह आयोजन किया गया। दाउदी बोहरा समाज की मस्जिद में खुद मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने तिरंगा फ़हराया। ईटभट्टा स्थित मस्जिद में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में दाउदी बोहरा समाज के सचिव शेख शब्बीर फिरदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा शुरू कार्यो की प्रशंशा की। फिरदी ने कहाँ की जिस देश में हम रह रहे है। वह हिंदुस्तान यानि हिन्दुओ का देश है।
इस देश ने 1400 वर्ष पहले आये इस्लाम को गले लगाया है। भारत में हिंदुत्व रहेगा ही और यह सबका फर्ज है की उसे हर मुसलमान अपनाये। उन्होंने संघ को बेहद करीब से देखा है। हिन्दू मंदिरो में नमाज़ अदा की है। धर्म की आड़ में कुछ लोग भ्रांति फैला रहे है। हमें उससे बचाना चाहिए। हर मस्जिद हर मदरसे में तिरंगा फ़हराया जाना चाहिए। इस्लाम मादरे वतन के सम्मान की बात कहता है। इस्लाम को मानाने वाला अपने वतन का संम्मान करे। दुनिया में सिर्फ भारत ऐसा मुल्क है। जहाँ मुसलमान -मुसलमान का खून नहीं बहा रहा है। बाकि सारी दुनिया में ऐसा हो रहा है। संघ देश के लोगो को एकजुट रखने का काम कर रहा है। हमें उसका समर्थन करना चाहिए।
कार्यक्रम में बतौर प्रमुख अतिथि उपस्थित इंद्रेश कुमार से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाँ कि देश की एकता को बनाये रखने के लिए हर नागरिक को धर्म -संप्रदाय से ऊपर उठ कर राष्ट्रीयता की भावना मन में रखनी चाहिए। मुस्लिम समाज को तलाक से छुटकारा और तालीम से नाता जोड़ने का काम होना चाहिए। हर बालक को डॉ कलाम को आदर्श मानकर चलना चाहिए।
याक़ूब मेनन और डॉ कलाम की मृत्यु एक समय हुई। पर एक खुदा का द्वारा देश को मिला दूत था दूसरा देशद्रोही। हिंदुस्तान के अनेक मुस्लिम धर्मगुरु ने मदरसों में तिरंगा फहराकर देशभक्ति के प्रचार प्रसार का संकल्प लिया है। तिरंगा लहराना ,राष्ट्रगीत गाना एकता का परिचारक है। अब हर कोई मान चुका है। उसे आईएस की नहीं प्यार ,मोहब्बत ,भाईचारे की जरुरत है।
कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओं ने इंद्रेश कुमार को राखी भी बांधी।