– कोराडी केंद्र में मुख्य अभियंता एवं महानिर्मिती में कार्यपालन निदेशक का भी सूत्र संभालेंगे
नागपुर: महानिर्मिती के कुशल प्रशासक समझे जाने वाले भुसावल विद्युत केंद्र के मुख्य अभियंता प्रकाश खंडारे को कोराडी पावर प्लांट की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। ऊर्जा मंत्रालय ने भारी बवाल के चलते गत अप्रैल 2020 में खंडारे का खापरखेडा प्लांट ताबादला करके उन्हें भुसावल बिजली केंद्र की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। गत सप्ताह कोराडी प्लांट के मुख अभियंता राजेश पाटील का मुंबई ताबादला हो जाने की वजह से यह स्थान रिक्त था।
बताते हैं कि मुख्य अभियंता श्री खंडारे को कोराडी पावर प्लांट में मुख्य अभियंता के अलावा उन्हें महानिर्मिती पावर प्लांटों के लिए कार्यपालन निदेशक (E.D.)का भी पद सूत्र सौंपे जाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.
महाराष्ट्र राज्य के ऊर्जा मंत्री तथा नागपुर जिला राजधानी के पालक मंत्री डा नितिन राऊत की अनुशंसा पर प्रधान ऊर्जा सचिव एवं महानिर्मिती के प्रबंध निदेशक के प्रयासों से विदर्भ के पावर प्लांटों के लिए कार्यपालन निदेशक की जरुरत महसूस की जा रही थी। जिसमे चंद्रपुर महा ताप बिजली परियोजना,पारस बिजली केंद्र खापरखेडा प्लांट तथा कोराडी पावर प्लांट का समावेश है।इन पावर प्लांटों में अधिकतम ऊर्जा ऊत्पादन एवं परियोजनाओं का व्यवस्थित रख-रखाव की जिम्मेदारी अभियंता खंडारे बखूबी निभाएंगे। समझा जाता है कि सबसे अधिक ऊर्जा संपत्ति की चोरी और स्मगलिंग चंद्रपुर महाताप बिजली परियोजना के लिए सरदर्द और दुखदायी बनी हूई है।
उसी प्रकार कोराडी पावर प्लांट में ‘इंकवायरी आर्डर’ के नाम पर भी भारी अनियमितता एव घोटाला होने की खबर गर्मागरम चर्चे में है। विश्वसनीय सुत्रों के अनुसार मौकापरस्त ऊर्जा मंत्रालय के पिछलग्गू कर्मियों एवं छुटभैया कार्यकर्ताओं को दोहरा लाभ प्रदान किया जाता रहा है। चंद्रपुर नये कार्यपालन निदेशक के आगमन पर कोराडी पावर प्लांट,चंद्रपुर महा ताप बिजली परियोजना,पारस एवं खापरखेडा पावर प्लांटों की कान्ट्रेक्टर असोसियेशन एवं समस्त श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारियों एव सभासदों ने खंडारे के आगमन पर उनका तहेदिल जोरदार स्वागत का बेसब्री से इंतजार है.