नागपुर: शुक्रवार को सिविल लाइन्स स्थित वसंतराव देशपांडे सभाग्रह में जिला नियोजन की बैठक हुई। इस बैठक में पालकमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में विकास कामों के नियोजन के लिए इस वर्ष 350 करोड़ रूपए का प्रावधान राज्य सरकार द्वारा किया गया। बीते वर्ष जिला नियोजन का बजट 250 करोड़ था। जिसे इस वर्ष बढाकर 350 करोड़ रूपए किया गया है। इसके अलावा अनुसूचित जाती उपाययोजना, आदिवासी योजना, ओटिएसपी योजना के लिए खर्च की जाने वाली राशि को जोड़ा जाये तो जिले में 530 करोड़ रुपयो का नियोजन इस वर्ष के लिए किया गया है। जिले में विभिन्न विभागों द्वारा जिन कामो को किया जाना है। उसके प्रस्ताव आ चुके है। फिर भी जिन विभागों ने अपना-अपना प्रस्ताव नहीं भेजा है। उन्हें 15 अगस्त के पहले प्रस्ताव भेजने का आदेश जारी किया गया है।
20 अगस्त के दिन सभी कामों का आदेश जिलाधिकारी जारी करेगे। इस वित्तीय वर्ष में महानगर पालिका और जिला परिषद के चुनाव होने वाले है। इन चुनावो की आचार संहिता का असर विकास कामो में ना पड़े इसका खास ख्याल रखा जायेगा। इसलिए सभी कामो की निविदा प्रक्रिया अचार संहिता लगने से पहले ही निकाल दी जाएगी। अनुसूचित जाती उपाय योजना के कामो की प्रशासकीय मान्यता का अधिकार राज्य सरकार के पास है। यह अधिकार जिला नियोजन की राशि की ही तरह जिलाधिकारी को मिले ऐसा निवेदन राज्य सरकार से किया जायेगा। आगामी 15 अगस्त को सोशल एकॉनॉमी सर्वेक्षण के आधार पर जिन लोगो का चयन घरकुल योजना के लिए हुआ है। उन्हें योजना का लाभ मिलेगा। पर जिनका नाम सर्वेक्षण में छूट गया है। तालुका या फिर जिला समिति की मंजूरी के बाद योजना में समाविष्ठ किया जायेगा।
जिले में जिन गावों की जनसंख्या 5 हजार से ऊपर है। ऐसे हर गावों में आंगनवाड़ी, ग्रामपंचायत भवन, जिला परिषद स्कूल और स्मशानघाट के निर्माण की योजना है। 5 हजार से ज्यादा की जनसंख्या गांव में 50 लाख रूपए पर्यावरण समृद्धि के लिए उपलब्ध कराये जायेगे। इसके अलावा जिले के सभी 1800 गावों में पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था करने के लिए आरओ प्लांट के निर्माण की योजना को मंजूरी दी गई है। इस प्लांट के संचालन की जिम्मेदारी महिला बचत को दी जाएगी। जो सस्ती दर में पीने का पानी नागरिको को उपलब्ध कराएगी।
इस बैठक में जि.प. अध्यक्षा निशा सावरकर, विधायक सुधाकर देशमुख, सुनील केदार, सुधाकर कोहले, सुधीर पारवे, डी. मल्लिकार्जुन रेड्डी, विकास कुंभारे, जोगेंद्र कवाडे, प्रकाश गजभिये, कृष्णा खोपडे, डॉ. मिलींद माने, गिरीश व्यास, नागो गाणार, समीर मेघे, आशीष देशमुख , महापौर प्रवीण दटके, समितीचे सदस्य डॉ. मधुकर किंमतकर, डॉ. आशिष जयस्वाल, रमेश मानकर, आनंदराव राऊत, जिल्हाधिकारी सचिन कुर्वे, जिप सीईओ कादंबरी भगत, जिला पुलिस अधिक्षक अनंत रोकडे के साथ अन्य लोग उपस्थित थे।