नागपुर : डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा शुरू किए गए ‘ मूकनायक ‘ इस समाचार पत्र को 31 जनवरी 2020 को 100 वर्ष पुरे हो रहे है। इस अवसर पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पत्रकारिता पुरस्कार वितरण सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार 31 जनवरी शाम 5 लेकर 10 बजे तक दीक्षाभूमि में आयोजित किया जा रहा है।
युगधर्म क्रिएशन,वंदना संघ दीक्षाभूमि व् लार्ड बुद्धा मैत्री संघ व संथागार फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन होने के साथ ही इस कार्यक्रम में पूर्व सामाजिक न्यायमंत्री राजकुमार बड़ोले,रमेश थेटे, विलास गजगाटे, एस.एन.विनोद (वरिष्ठ पत्रकार ) बबनराव वालके (वरिष्ठ पत्रकार ) गजानन नीमदेव (वरिष्ठ पत्रकार ) डॉ.प्रदीप आगलावे, प्रा.देवीदास घोडेस्वार, डॉ.बबनराव तायवाड़े को अतिथियों के तौर पर निमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति के तौर पर पुलिस आयुक्त भूषणकुमार उपाध्याय मौजूद रहेंगे।
डॉ.बाबासाहेब ने 31 जनवरी 1920 को ‘मूकनायक ‘ नाम का पहला साप्ताहिक शुरू किया था। उसको अब 100 वर्ष पुरे हो रहे है। बहिष्कृत भारत जनता, प्रबुद्ध भारत इत्यादि समाचारपत्रों के संपादन व् लेखन बाबासाहेब ने करके इस देश की वर्णव्यवस्था जातिव्यवस्था के विरोध में आवाज़ उठाकर मानव मुक्ति की लड़ाई की शुरुवात की थी। ‘ मूकनायक ‘ यानी न बोलनेवालों का नायक बनकर इस समाचारपत्र ने देश के दलित, शोषितो पर, पीड़ितों पर होनेवाले अन्याय अत्याचार मूकनायक ने पहलीबार सबके सामने लाएं थे।
डॉ.बाबासाहेब ने लेखन के द्वारा मूकनायक बनकर और शोषितों के साथ, तो कभी बहिष्कृत भारत बनकर शोषितो के अंधकारमय जीवन में प्रकाश की किरण बनकर, तो जनता बनकर सामान्य आवाज बनकर प्रबुद्ध भारत के निर्माण के सपने पालकर जिंदगीभर लिखते रहे। उनकी इस लेखनी को नमन करने के लिए डॉ.बाबासाहेब की पत्रकारिता नए पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए इस कार्यकम का आयोजन हो रहा है।
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर पत्रकारिता पुरस्कार
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की लेखनी से प्रभावित होकर जिन्होंने अपना जीवन निर्वाह किया, छोटे छोटे समाचारपत्र निकाले, बिज़नेस के समाचारपत्र में रहकर भी आंबेडकरी विचार जीवित रखे। सामान्य लोगों की आवाज बनकर सच लोगों के सामने लाया। उन सभी महाराष्ट्र के पत्रकार भाइयो को डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर पत्रकारिता पुरस्कार देने का निश्चित किया गया है।
पत्रकार भवन में पत्रपरिषद का आयोजन कर यह जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में मौजूद रहने की अपील भैय्याजी खैरकर, राष्ट्रीय जनसुराज्य पार्टी के अध्यक्ष राजेश काकड़े, प्रशांत शहारे, सचिन मून, महेश नागपुरे, सतीश कागदे, जगदीश खापेकर, मिलिंद ऊके, वासुदेव थुल गुरूजी, रेवनदास लोखंडे, एम,एस.जांभुळे, दत्ताजी गजभिये ने की है।