एक दिन में जारी हुआ जाति सत्यापन प्रमाण पत्र
नागपुर: जिला जाति सत्यापन अधिकारी ने एक सुखद अनुभव दिया है। एक बार कोई प्रशासनिक अधिकारी कुछ करने की ठान ले तो आम लोगों के काम तुरंत हो सकते हैं, और उन्हें राहत मिल सकती है।
नागपुर के जाति वैधता प्रमाण पत्र अधिकारी सुरेंद्र पवार की पहल काबिले तारीफ है। वर्धा के मेडिकल कॉलेज में दाखिले के आखिरी दिन जाति सत्यापन संबंधित कार्यों में एक छात्रा एवं उसके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। बच्ची के एमबीबीएस दाखिले में मुश्किलें पेश आ रही थीं। मुस्लिम ओबीसी समुदाय की छात्रा इंशारा जावेद नदीम ने सचिन कलंत्रे से मार्गदर्शन लेने के बाद तुरंत मदद प्राप्त करने का आश्वासन पाया। उन्होंने अपने साथी शोध अधिकारी आशा कावले की मदद से आवेदन लिया और कुछ ही घंटों में सत्यापन प्रमाण पत्र तैयार किया।
जाति सत्यापन प्रमाण पत्र न होने के कारण इंशारा के प्रवेश में देरी हुई थी। शुक्रवार को उनके प्रवेश का अंतिम दिन था। लेकिन सुरेंद्र पवार और उनके सहयोगियों ने उसी दिन 24 घंटे के भीतर आवेदन को संसाधित करने का काम किया। सुरेंद्र पवार और उनकी टीम की इस सराहनीय पहल चर्चा में है।
जाति सत्यापन की प्रक्रिया बहुत आसान है और उन्होंने छात्रों एवं छात्राओं से भी अपील की है कि बिना किसी कारण के अंतिम क्षण तक सत्यापन में देरी न करें बल्कि सत्यापन संबंधित कार्य एवं दस्तावेज प्राप्त करने की प्रक्रिया तुरंत पूर्ण करवाएं।