नागपुर: फुटाला तालाब के आसपास बनी दुकानों को हटाने का आदेश नागपुर सुधार प्रन्यास ने ठेकेदार कंपनी को दिया है। एनआईटी से आदेश मिलने के बाद सेल ऐड कंपनी ने उसके द्वारा आवंटित की गई 20 दुकानों के दुकानदारो को 30 नवंबर के पहले जगह खाली करने का आदेश दिया है। इस आदेश के मिलने के बाद दुकानमालिकों ने बुधवार को एनआईटी अधिकारियो से बीच का रास्ता निकालने की गुहार लगाई पर एनआईटी किसी भी तरह की रियायत देने के पक्ष में नहीं है।
इस मामले को देख रखे एनआईटी के अधीक्षक अभियंता सतीश पासेबंद ने साफ तौर पर कहाँ है की अगर कंपनी दुकान खाली नहीं करवा पाती तो एनआईटी खुद दुकानों को हटाने का काम करेगी। एनआईटी के इस रुख के बाद साफ है की इन दुकानदारो के पास जगह खाली करने के अलावा और कोई रास्ता बचा नहीं है।
एनआईटी ने फुटाला परिसर को चौपाटी की तर्ज पर विकसित किये जाने के उद्देश्य से सेल ऐड नामक कंपनी को फुटाला तालाब के आसपास का भाग व्यापारिक और सौन्दर्यीकरण के लिए ठेके पे दिया था। पर कंपनी ने करार शर्तो का उल्लंघन किया जिस वजह से करार रद्द करने का फैसला एनआईटी द्वारा लिया गया। इसी बीच जहाँ दुकाने बनी है उस जगह की मालकियत को लेकर एनआईटी और कृषि विद्यापीठ के बीच नया विवाद खड़ा हुआ। मामला राज्य के नगर रचना विभाग के पास गया था जहाँ बीच का रास्ता भी निकला। बाद में कंपनी फिर एक बार नगर रचना विभाग में अर्जी दी जिसके ख़ारिज हो जाने के बाद एनआईटी ने करार रद्द करने का निर्णय लिया।