नागपुर: काटोल रोड स्थित रामदेवबाबा मंदिर में प्रत्येक वर्ष रामदेवबाबा इंजीनियरिंग कॉलेज के होस्टलों में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए गणेशोत्सव के दौरान दस दिनों के लिए गणेशजी की मूर्ति की स्थापना की जाती है। गणेशजी की मूर्ति “इको फ्रेंडली” हो इसके लिए मंदिर सह महाविद्यालय प्रबंधन निरंतर प्रयासरत थे। पिछले तीन साल से फिटकरी की मूर्ति निर्माण करने के लिए काफी प्रयास किये जा रहे थे, जिसे इस वर्ष पूर्ण सफलता मिली।
फिटकरी की मूर्ति की संकल्पना महाविद्यालय प्रबंधन में बतौर क़ानूनी सलाहकार अधिवक्ता प्रदीप अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मानेवाड़ा स्थित शिवानी आर्ट और भंडारा के फिटकरी निर्माता की मदद से उक्त मूर्ति तैयार की गई है। अधिवक्ता अग्रवाल के अनुसार रामदेवबाबा मंदिर में स्थापित फिटकरी की मूर्ति का वजन १०० किलो और उसका आधार ८० किलो का है। वह भी सम्पूर्ण फिटकरी का है।
शिवानी आर्ट ने अधिवक्ता अग्रवाल के संकल्पना के अनुसार गणेशजी की मूर्ति का सांचा निर्माण करके दिया। इस सांचे के निर्माण में १५००० रूपए मात्र खर्च आये और भंडारा के एक फिटकरी निर्माता ने १८० किलो फिटकरी निशुल्क रूप से प्रोत्साहन के तौर पर दी। सांचे में फिटकरी को डालने के लिए १२० डिग्री पर फिटकरी को गर्म किया जाता है। वैसे फिटकरी का निर्माण भी गर्म कर किया जाता है, फिर विभिन्न सांचे में डाला जाता है।
अग्रवाल ने आगे बताया कि भविष्य में एक ही सांचे से १० से १५ मूर्तियों का निर्माण किया जायेगा और अगले वर्ष से फिटकरी की मूर्ति के मांगकर्ता को “न नफा और न नुकसान” के आधार पर फिटकरी की गणेशजी की मूर्ति उपलब्ध करवाने का उद्देश्य है।
इसका विसर्जन फुटाला तालाब में किया जायेगा। इस फिटकरी के मूर्ति को फुटाला तालाब में विसर्जन करने से जल व पर्यावरण प्रदूषित नहीं होगा।
– राजीव रंजन कुशवाहा