फ्लिपकार्ट से भी जारी है करार के लिए कोशिशें
नागपुर: भारतीय डाकघर में भी अब आधुनिक तकनिकी का उपयोग शुरू हो गया है. विभाग अब डाक वितरण के साथ ई-कॉमर्स के क्षेत्र में भी पदार्पण कर चुका है. डाकघर के पोस्टमैन अब जल्द ही फ्लिपकार्ट व अमेजॉन जैसी ई- कॉमर्स कंपनियों की तर्ज पर ग्राहकों को आवश्यक वस्तु उपलब्ध कराएंगे. जिसके लिए उन्होंने ई-कॉमर्स पोर्टल की शुरुआत की है.
ज्ञात हो कि वर्तमान में देश में फ्लिपकार्ट व अमेजॉन जैसी ई- कॉमर्स कंपनियों का दबदबा है. वहीं भारतीय डाकघर की शाखाएं देश के कोने-कोने में सक्रिय है. विभाग ई-कॉमर्स के क्षेत्र में उतरा तो फ्लिपकार्ट व अमेजॉन जैसे ई- कॉमर्स कंपनी को बड़े दमदार स्पर्धियों से सामना करना पड़ेगा.
सम्पूर्ण देश में १,५५,००० छोटे-बड़े डाकघर हैं. विभाग की सेवा देश के अति दुर्गम भाग में भी वर्षों से नियमित दी जा रही है. डाकघर के पोर्टल के मार्फ़त ई-कॉमर्स व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए विक्रेताओं को पंजीयन करना अनिवार्य होगा. फिर विभाग विक्रेताओं से सामान/पार्सल संकलन कर ग्राहकों तक पहुँचाने का काम करेगा. इसके साथ ही फ्लिपकार्ट व अमेजॉन जैसी ई- कॉमर्स कंपनी के जो सामान ग्राहक को पसंद नहीं आया या फिर ख़राब होने पर लौटने का काम भी करती है, ठीक वैसा ही काम/सेवा डाकघर की सेवाओं में समावेश होगा.
डाकघर के पोर्टल पर अमूमन सभी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं बिक्री के लिए उपलब्ध होगी. उल्लेखनीय है कि पोर्टल की शुरुआत करने के पूर्व डाकघर के नागपुर विभाग ने पोस्टल पार्सल नोडल सर्विसेस नामक सुविधा शुरू की है. इसके पहले शहर के ६५ डाकघर के माध्यम से पार्सल वितरित होता था अब जीपीओ और इतवारी डाकघर में पार्सल जमा कर फिर वहां से ग्राहकों तक वितरण किया जा रहा.
फ्लिपकार्ट व अमेजॉन जैसे ई- कॉमर्स कंपनी की सेवा नहीं वैसे स्थानों पर डाकघर की ई-कॉमर्स सेवा ग्राहकों के लिए फायदेमंद रहेगी. ऐसे हालातों के मद्देनज़र फ्लिपकार्ट और भारतीय डाकघर के मध्य करार की पहल जारी है.