पूर्व पालकमंत्री डॉ. नितिन राउत ने कार्यकाल में उपलब्धियों पर डाला प्रकाश
नागपुर: रविवार को पूर्व पालकमंत्री डॉ नितिन राउत ने अपने कार्यकाल में उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। ऊर्जा राज्य मंत्री के रूप में और नागपुर जिले के पालकमंत्री मंत्री के रूप में, कोरोना काल के दौरान, पूरे नागपुर जिले को कोरोना से मुक्ति मिली। इसके बाद महाराष्ट्र में मुंबई के अलावा एक लाख कर्मचारियों और 26 ट्रेड यूनियनों वाले ऊर्जा मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभालते हुए मेरे लिए यह बड़े संतोष की बात है कि कोई आंदोलन नहीं हुआ। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व पालकमंत्री डॉ नितिन राउत ने प्रेस क्लब में आयोजित “मीट द प्रेस” कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि बोर्ड ने तीनों कंपनियों को लाभदायक स्थिति में पहुंचाना और श्रमिकों को के मुद्दों को सुलझाकर उन्हें समझाने का एक अभिनव प्रयास उनके कार्यकाल में किया गया। सौर ऊर्जा और हरित ऊर्जा को प्राथमिकता देने वाली एक बड़ी ऊर्जा कंपनी के काम में तेजी आई। केंद्र सरकार द्वारा बिजली उत्पादन के लिए निर्धारित 27 हज़ार मेगावाट के लक्ष्य को हासिल किया गया। कोरोना काल में मीटर रीडिंग नहीं ली गई। इसलिए औसतन 3 महीने का बिल भेजा गया। इसलिए लोगों को बढ़े हुए बिल मिल रहे थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि बाद में इस मुद्दे को सफलतापूर्वक सुलझा लिया गया। मेरे कार्यकाल में बिजली की यूनिट दरें नहीं बढ़ाई गई।
हालांकि, इस बीच, पूरे देश में कोयले की कमी का भी गंभीर संकट मंडरा रहा था। केंद्र सरकार ने हमें आयातित कोयले का उपयोग करके ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए मजबूर किया। लागत वसूल करने के लिए केंद्र ने दरें तय करने वाली एमईआरसी से दरें बढ़ाने को कहा। कोरोना महामारी के चलते महाविकास अघाड़ी सरकार के दो साल बर्बाद हो गए क्योंकि सरकार को विकास कार्यों को छोड़कर महामारी पर काबू करने में ध्यान केंद्रित करना पड़ा। पिछले छह महीनों में कोरोना संक्रमित मरीज़ों एवं मौतों की संख्या घटने के बाद, विकास कार्य फिर से जोरों पर हैं। लेकिन अब सरकार बदल गई है।
हालांकि कैबिनेट की पिछली बैठक में उन्होंने विदर्भ, मराठवाड़ा और बाकी महाराष्ट्र के विकास का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने उम्मीद जताई कि नई सरकार अब इन प्रस्तावित विकास कार्यों को पूरा करेगी। ऊर्जा मंत्री के रूप में, मैंने दावोस में विश्व आर्थिक परिषद की बैठक में हिस्सा लिया। सम्मेलन में लगभग 50 हज़ार करोड़ रुपए के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। पूर्व ऊर्जा मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह उद्योग मजबूती से खड़े रहेंगे क्योंकि उन्होंने इन कंपनियों के साथ भूमि और बिजली उपलब्धता संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
इस अवसर पर उन्होंने महाजेनको, महावितरण, महापारेशन विभाग के साथ-साथ नागपुर जिले द्वारा किए गए उल्लेखनीय विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिला एवं मनपा प्रशासन के तमाम अधिकारियों, कर्मचारियों, विविध संगठनों, महाविकास आघाड़ी सरकार के विभिन्न राजनीतिक दलों, मीडिया, व्यापारियों का योगदान उनके कार्यकाल के दौरान सराहनीय रहा। इस अवसर पर प्रेस क्लब के पदाधिकारी जोसेफ राव, प्रदीप मैत्रा, वरिष्ठ संपादक एस. एन विनोद आदि मौजूद थे।