– नागपुर : मनपा की जर्जर आर्थिक स्थिति में जान फूंकने के लिए मनपा स्थाई समिति सभापति विक्की कुकरेजा निरंतर सक्रिय हैं. इस क्रम में वे सम्पत्ति कर, बाज़ार और नगर रचना विभाग से होने वाली आय को बढ़ाने के लिए नियमित बैठकें लेकर विभागों पर दबाव बनाए हुए हैं.
समझा जाता है कि नागपुर मनपा का जी एस टी लगभग दोगुना बढ़ने की संभावना मनपा में चर्चा में है. बावजूद इसके मनपा स्थाई समिति सभापति ने जानकारी दी कि वे नगर रचना विभाग के तहत कंपाउडिंग योजना के तहत विभाग को २५९ प्रस्ताव आए. इनमें से कुछ मामलों पर साकारात्मक निर्णय होने से ६ करोड़ की आय हुई है. यह योजना अप्रैल २०१८ में शुरू हुई थी, जिसकी ६ माह की अवधि ४ अक्टूबर को समाप्त हो रही है. जिसकी ६ माह की अतिरिक्त मियाद बढ़ाने का प्रस्ताव स्थाई समिति ने आमसभा को भेज दिया है.
इसके साथ ही नए ‘डी सी ‘ नियम का प्रस्ताव मनपा ने राज्य सरकार को भेजा हैं. कंपाउंडिंग योजना की दर कम करने के लिए मनपा प्रशासन ने मुख्यमंत्री से गुजारिश की है. जिसकी मुख्यमंत्री ने सराहना करते हुए मनपा को अधिकार देने के मामले में आगे की कार्रवाई की पहल की है.
कुकरेजा ने आगे बताया कि सम्पत्ति कर का सम्पूर्ण डिमांड ३० सितंबर तक वितरित करने का निर्देश दिया था,लेकिन सिर्फ ६०% ही वितरित हुए. उन्होंने अगली बैठक में ज़ोन निहाय कुल डिमांड,वितरित डिमांड,हुई आय का सम्पूर्ण ब्यौरा पेश करने का निर्देश सम्पत्ति कर विभाग को दिया है.
और अंत में कुकरेजा ने जानकारी दी कि पिछले आर्थिक वर्ष में १२ करोड़ की आय हुई थी. दटके समिति की सिफारिश अनुसार वितरित बिल को आधा किया गया तो मनपा को कम से कम ६० करोड़ की आय संभावित है. दूसरी ओर बाज़ार विभाग ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में दुकानदारों से पुराने दर से किराया लेना शुरू कर दिया है. इस हिसाब से मनपा को पिछले साल के बराबर आय होने की उम्मीद है.