नागपुर: पिछले १३ वर्ष पुरानी सत्ताधरियों को अनुशासित पक्ष ने उन पर उंगलियां उठाने में क्या कुछ नहीं,नौबत ऐसी लाई की सत्ता से दूर कर दिया,लेकिन विडंबना यह है कि सत्ताधारी अनुशासित पक्ष नाजायज कामों को तहरिज देकर जनभावना से खिलवाड़ कर रहा। इसी क्रम में तरीके से अतिक्रमण भी किया जा रहा।
इस मामले में मनपा स्थाई समिति सभापति काफी आगे दौड़ रहे हैं.इन्होंने न्यू कॉलोनी में पुराने महापौर बंगले के सामने रहवासी फ्लैट स्कीम खड़ी कर रहे हैं.इसका ‘डिस्प्ले’ का ढाँचा स्कीम के बाहर की फुटपाथ पर तैयार किया जा रहा.तो दूसरी ओर सिविल लाइंस में हेरिटेज होटल ले बाजु २७ मंजिली रहवासी स्कीम का निर्माण कार्य शुरू किया गया.जिसका भी ‘डिस्प्ले’ और ‘साइट कार्यालय’ फुटपाथ पर निर्मित किया गया.उक्त दोनों स्थलों पर धीरे धीरे इनका अतिक्रमण हो जाएगा और फुटपाथ से आवाजाही करने वालों के लिए अड़चन हो जाएंगी।
उक्त घटनाक्रम से मनपा के आयुक्त छोड़ अतिरिक्त आयुक्त,मुख्य अभियंता,शहर अभियंता,मंगलवारी और धरमपेठ वार्ड अधिकारी सहित नीचे के अतिक्रमण विभाग को जानकारी देकर कानूनन कार्रवाई की मांग जागरूक नागरिकों सह मोदी फाउंडेशन ने की,लेकिन उक्त अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगा। जरीपटका के एक चिकित्सक के लिए उसके सामने का वर्षो पुराना अतिक्रमण बिना किसी जाँच-परख के ध्वस्त कर दिया गया.
इतना ही नहीं मनपा के सभी जोन सफेदपोशों खासकर सत्तापक्ष के इशारे पर अपने करीबियों के प्रतिष्ठान या उनके निवास के सामने के फूटपाथ का अतिक्रमण (जो रोज आते,और रोज चले जाते ) सिर्फ हटाते ही नहीं बल्कि यह भी नोटिस थमा जाते कि अब धरे गए तो रोजाना ५-५ हज़ार रूपए का जुर्माना ठोका जाएगा।
अर्थात मनपा की चरमराई व्यवस्था का कोई वाली नहीं।सफेदपोश अतिक्रमणकारियों को सिर्फ संरक्षण देकर गरीब तबके के नागरिकों के साथ अन्याय का क्रम जारी हैं.उक्त जागरूक नागरिकों सह मोदी फाउंडेशन ने मनपायुक्त वीरेंद्र सिंह से मांग की हैं कि वे खुद मौका निरिक्षण कर उचित निर्णय लें और ऐसी राहत सभी नागरिकों को मिले।गर मनपा नियमनुसार दोषी पाए गए तो ऊपर से लेकर नीचे तक कार्रवाई कर शहर की जनता में नया विश्वास जगाये।