कलेक्टर डॉ विपिन इटनकर ने दिए निर्देश
धम्म चक्र प्रवर्तन दिन की तैयारी की समीक्षा बैठक
नागपुर: जिले में कोविड-19 महामारी के बाद पहली बार हो रहे 66वें धम्म चक्र प्रवर्तन दिन की वर्षगांठ के अवसर पर विदेश से आने वाले बौद्ध अनुयायियों को बिना किसी असुविधा के सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं, इस आशय के विचार कलेक्टर डॉ विपिन इटांकर ने दिए। व्यवस्था के संबंध में सख्त योजना बनाने का आदेश उन्होंने दिया। सभी व्यवस्थाओं को इसका ख्याल रखने का निर्देश विभाग अध्यक्षों को दिया गया।
3 से 6 अक्टूबर तक ड्रैगन पैलेस, दीक्षाभूमि कामठी, नागपुर और शांतिवन, चिचोली में आयोजित धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के मद्देनजर डॉ. इटनकर ने कलेक्ट्रेट के भट्ट भवन सभागार में व्यवस्थाओं की प्रारंभिक समीक्षा की। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सारंग आवाड, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश कुंभेजकर पुलिस उपायुक्त बसवराज तेली पुलिस उपायुक्त चिन्मय पंडित, रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर विजया बनकर, सुलेखा कुंभारे, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मेमोरियल कमेटी के सचिव डॉ. सुधीर फुलजेले मौजूद थे। कलेक्टर डॉ. इटांकर ने सुनिश्चित करने को कहा कि दीक्षाभूमि और ड्रैगन पैलेस में आने वाले लाखों श्रद्धालु किसी भी प्रकार की मूलभूत सुविधा से वंचित न रहें, इसके लिए मनपा को जोनल अधिकारी की देखरेख में 24 घंटे स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है।
अनुयायियों के स्वास्थ्य के लिए, मोबाइल अस्पताल में पर्याप्त मोबाइल शौचालय उपलब्ध कराए जाने चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को पर्याप्त संख्या में डॉक्टर उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए और महावितरण को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि 3 से 6 अक्टूबर के बीच प्रकाश व्यवस्था में कोई बिजली कटौती न हो। सिटी बस एवं एसटी कार्पोरेशन को त्योहार की अवधि के दौरान तथा यातायात उपायुक्त के समन्वय से पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध करानी चाहिए ताकि दुर्घटना मुक्त व्यवस्था को उचित तरीके से बनाए रखा जा सके और दवा एवं अस्थायी अस्पतालों की पर्याप्त व्यवस्था की जा सके। इस पर ध्यान देने के निर्देश भी इस समय दिए गए, इस बात को ध्यान में रखते हुए कि खाद्य दान वितरण स्टाल धारक दीक्षाभूमि क्षेत्र में स्टाल लगाएं और आग लगने के संबंध में अग्निशमन विभाग ने पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र तैयार रखने का आदेश दिया।
अचानक बारिश होने की स्थिति में अनुयायियों के लिए वैकल्पिक और आस-पास आवास रखने के लिए होर्डिंग और नोटिस बोर्ड की व्यवस्था नियंत्रण कक्ष और पुलिस विभाग को सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं।अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सारंग आवाड ने कहा कि उत्सव के दौरान पुलिस विभाग की मदद के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।