नागपुर शहर के दो पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु 48 घंटे में ही कोरोना पॉज़िटिव के कारण और अन्य पुलिस कर्मचारी भी पॉज़िटिव पाए गए हैं लेकिन उनके इलाज में लापरवाही होने की जानकारी प्राप्त हुई है जिलाधिकारी ग्राहक कल्याण परिषद के सदस्य शाहिद शरीफ़ ने कोरोना पीड़ित अनिल परमार पुलिस कर्मचारी गिट्टी खदान थाना अंतर्गत तहनात ने आपबीती फ़ोन पर बताया कि उनके स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण वह उपचार के लिए पुलिस ग्राउंड के समक्ष पुलिस रोगनालय में उपचार के लिए गए थे
और उन्होंने कोरोना के लक्षण बताने के बावजूद दवाइयां देकर भेज दिया गया इसके बाद निजी अस्पताल में परामर्श करने के बाद अपनी रिपोर्ट ली 1200 देखा जिसमें पॉज़िटिव कारोना आया और इसके बाद hope हॉस्पिटल में एडमिट हुए और बात करते समय स्वास्थ्य लेने में तक़लीफ हो रही थी और सुबह से एक ही बार डॉक्टर देखने आए हालात यह है कि स्वयं मरीज़ को उठकर दरवाज़े के पास जाना पड़ता है और बोलना पड़ता है कि साँस लेने में तक़लीफ हो रही है,मेरे से बात करते समय उनको साँस लेने में तक़लीफ हो रही थी
मैंने कहा कि आप फ़ौरन ऑक्सीजन लगवाओ और नहीं तो वेंटिलेटर लगाने को बोलो ,पुलिस प्रशासन अपने कर्मचारियों के उपचार का ध्यान रखें अन्यथा और पुलिस कर्मचारियों के स्वास्थ्य की लापरवाही के कारण मृत्यु हो सकती हैं क्यों की कोरोना “कम्यूनिटी स्प्रेड”हो चुका है ।जिलाधिकारी पुलिस हॉस्पिटल मे कोरोना उपचार केंद्र की स्थापना करें ।