राज्य में शांति बनाए रखने में पुलिस सफल: गृह मंत्री
नागपुर: राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने रविवार को जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक बुलाकर कानून व्यवस्था की समीक्षा की। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सफल रही है। देश भर में बढ़ रही हिंसा को मद्देनज़र रखते हुए पुलिस विभाग को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। ज़्यादातर सांप्रदायिक हिंसा के मामलों में कहीं न कहीं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की भूमिका सामने आ रही है। इसलिए उनकी हर हरकत पर पैनी नजर रखी जा रही है।
बीजेपी नेता नेता नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद खुफिया एजेंसियों ने राज्य में हिंसा की आशंका जताई थी। इसलिए डीजी रजनीश सेठ से चर्चा कर तत्काल समाधान की योजना बनाने के निर्देश दिए गए। पुलिस ने सभी समुदायों के प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित किया। गृह मंत्री एवं पुलिस विभाग ने राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। इसके चलते राज्य में अब तक कोई हिंसा नहीं हुई है। शर्मा के बयान के बाद अल कायदा से मिली धमकियों के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं। सभी संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
नक्सली गतिविधियों पर लगा लगाम
पाटिल ने कहा कि गढ़चिरौली के मर्दिनटोला में पुलिस की कार्रवाई के अच्छे परिणाम दिख रहे हैं। इससे नक्सली गतिविधियों की लगाम कस गई है। पुलिस ने गढ़चिरोली से नक्सलियों को खदेड़ दिया है। अब नक्सलियों की यहां दोबारा आने की हिम्मत नहीं होगी। छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ी है। कई मामलों में पुलिस ने अपनी राज्य की सीमा को पार करके भी कार्रवाई की है। अब छत्तीसगढ़ पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की ज़रूरत है।
वरिष्ठ अधिकारी करेंगे नागपुर सेंट्रल जेल का निरीक्षण
नागपुर सेंट्रल जेल में कैदियों की मौत और इस तरह की अन्य घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजकर जल्द ही व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुसेवाला की हत्या का मामला पुणे के सिद्धेश कांबले से जुड़ा है, 4-5 राज्यों की पुलिस मामले की जांच कर रही है। संवेदनशील मुद्दा होने के कारण इसके बारे में सार्वजनिक रूप से बात करना उचित नहीं है।